Noida News : अरबों रुपये के जीएसटी फर्जीवाड़े में दिल्ली के तीन कारोबारियों की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी
फर्जी तरीके से आईटीसी लेकर सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचाने वाले 33 आरोपियों की हो चुकी है गिरफ्तारी
मुनादी कराने के बाद आरोपियों के घरों के बाहर नोटिस चस्पा करेगी नोएडा पुलिस
Noida News : कागजों पर तीन हजार से अधिक फर्जी कंपनी और फर्म बनाने के बाद हजारों करोड़ रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट लेकर सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचाने वाले गिरोह के तीन कारोबारियों को भगोड़ा घोषित कर उनके खिलाफ नोएडा पुलिस ने कुर्की की तैयारी कर ली है। तीनों की चल और अचल संपत्ति की पहचान की जा रही है। पुलिस को जानकारी मिली है कि कारोबारियों के पास एक हजार करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है। इस संबंध में सीआरपीसी की धारा- 82 के तहत कोर्ट ने आज नोटिस जारी किया है। अगर आरोपी एक माह के अंदर कोर्ट में हाजिर नहीं होते हैं तो कोर्ट के आदेश पर पुलिस इनकी संपत्ति को कुर्क करेगी। मुनादी कराने के बाद आरोपियों के घरों पर नोटिस चस्पा किया जाएगा और इसके बाद कुर्की की कार्रवाई शुरू होगी।
डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि बीते दिनों सेक्टर-20 पुलिस ने दिल्ली के कारोबारी तुषार गुप्ता को गिरफ्तार किया था। उसके बाद पता चला कि दिल्ली के पंजाबी बाग के संजय ढींगरा,कनिका ढींगरा और मयंक ढींगरा ने कई करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा किया है। तीनों ने फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट लेकर सरकार के राजस्व को भारी नुकसान पहुंचाया है। अब इन आरोपियों के खिलाफ न्यायालय ने धारा 82 की कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है। जल्द ही इनकी संपत्ति को कुर्क किया जाएगा। जीएसटी फर्जीवाड़े में नोएडा पुलिस की ओर से अबतक 33 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। कई अन्य आरोपी अभी भी पुलिस के राडार पर हैं। इसमें कई कारोबारियों का नाम भी शामिल है। संजय, कनिका और मयंक ने कारोबार की आड़ में कई फर्जी कंपनियां बनाई और अवैध तरीके से आईटीसी लिया। पुलिस ने बीते साल जून में 2600 से अधिक फर्जी कंपनी खोलकर भारत सरकार के राजस्व को अरबों रुपये का नुकसान पहुंचाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। इस मामले में गौरव सिंघल, गुरमीत सिंह, राजीव ,राहुल, विनीता, अश्वनी, अतुल सेंगर, दीपक मुरजानी, यासीन, विशाल, राजीव, जतिन, नंदकिशोर, अमित कुमार ,महेश, प्रीतम शर्मा, राकेश कुमार, अजय कुमार, दिलीप कुमार, मनन सिंघल, पीयूष, अतुल गुप्ता, सुमित गर्ग, कुणाल समेत 33 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। खास बात यह है अब तक किसी भी आरोपी को भी जमानत नहीं मिली है। नोएडा पुलिस की मजबूती पैरवी के कारण आरोपी लंबे समय से सलाखों के पीछे ही हैं। अन्य फरार आरोपियों की तलाश में नोएडा पुलिस की तीन टीमें कई संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।
आरोपी देश के विभिन्न जगहों पर रहने वाले लाखों लोगों के पैन कार्ड और आधार कार्ड का डाटा हासिल करने के बाद फर्जी कंपनी और फर्म खोलने थे। इस कंपनियों और फर्मों का अस्तित्व महज कागजों पर होता था,धरातल पर कोई भी कंपनी नहीं होती थी। इसके बाद आरोपी जीएसटी नंबर लेकर फर्जी बिल बनाकर जीएसटी रिफंड प्राप्त कर सरकार को करोड़ों का नुकसान पहुंचाते थे। जांच में यह पता चला है कि जालसाज फर्जी कंपनियों को जीएसटी नंबर के साथ ऑन डिमांड बेच भी देते थे। इन कंपनियों के नाम पर पैसे जमा कर काले धन को सफेद करने का भी काम भी व्यापक स्तर पर होता था। इस फर्जीवाड़े में शामिल कई आरोपियों की चल और अचल संपत्ति को कुर्क भी किया जा चुका है।
जिस संजय को नोएडा पुलिस भगोड़ा घोषित करने के बाद उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की तैयारी कर रही है उसने 2015 में दूध से बने उत्पाद बनाने वाली कंपनी खोली थी। कंपनी का ब्रांड एंबेसडर संजय ने एक नामी फिल्म अभिनेता को बनाया था।हालांकि बाद में उसने कंपनी का नाम बदल दिया था।