Noida News: पार्क से लापता नौ साल की मासूम के मिलने पर छलक उठी परिजनों की आखें

Apr 16, 2024 - 23:06
Noida News: पार्क से लापता नौ साल की मासूम के मिलने पर छलक उठी परिजनों की आखें

बच्ची की सकुशल बरामदगी के लिए गठित की गई थी दस टीमें
पुलिस की टीम को डीसीपी नोएडा ने दिया 25 हजार का इनाम

Noida News : 13 अप्रैल को सुबह 11 बजे के करीब सेक्टर-12 स्थित प्रियदर्शनी पार्क से संदिग्ध परिस्थितियों से लापता हुई नौ साल की मासूम को पुलिस की दस टीमों ने मिलकर आज सकुशल तलाश लिया है। जैसे ही पुलिस ने परिजनों की गोद में बच्ची को डाला उनकी आंखों से आंसू छलक उठे। मासूम के माता-पिता ने बच्ची के गायब होने के बाद उपवास रखा था, और बेटी के मिलने के बाद ही व्रत तोड़ने का निश्चय  किया था। डीसीपी विद्यासागर मिश्रा ने  बच्ची को सकुशल तलाशने वाली टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने भी टीम की प्रशंसा की है। 

डीसीपी नोएडा ने बताया कि पूर्व में गाजियाबाद में रहने वाला मदन विष्ट का परिवार 20 दिन पहले सेक्टर-12 रहने आया था।  मदन के तीन बेटी और एक बेटा है। 13 अप्रैल को सुबह 11 बजे के करीब उनकी नौ वर्षीय बेटी खेलने के लिए घर के सामने स्थित प्रियदर्शनी पार्क गई थी। यहीं से वह संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। देर शाम तक जब मासूम नहीं लौटी तो परिजनों को अनहोनी की आशंका सताने लगी। पड़ोसियों ने अनहोनी के कुछ पुराने मामले का जिक्र कर बच्ची के परिजनों के अंदर डर बढ़ा दिया। डरे सहमे परिजन रात नौ बजे के करीब सेक्टर-24 पुलिस के पास पहुंचे और मामले की शिकायत की। मामला संवेदनशील होने के कारण तुंरत इससे संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया गया। मामला संज्ञान में आते ही पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर बच्ची की बरामदगी के लिए दस टीमें बना दी गईं। बच्ची के घर के आसपास के लोगों से पूछताछ करने में तीन टीमें जबकि पांच टीमें सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी रहीं। इस दौरान करीब 1200 लोगों से पुलिस की टीम ने पूछताछ की। 

रात में ही सेक्टर-12 स्थित साई कृपा शिशु गृह और डीपीओ गौतमबुद्धनगर से डाटा इस मंशा से चेक कराया गया कि शायद मासूम यहीं पर हो। यहां पर भी जब मासूम के बारे में जानकारी नहीं मिली तो पुलिस के माथे पर शिकन आने लगी। इसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम द्वारा जनपद के सभी थानों के साथ ही गाजियाबाद, बुलंदशहर, मेरठ, हापुड़ और दिल्ली समेत अन्य शहरों के थानों से बच्ची के बारे में जानकारी जुटाई गई। दो अन्य टीम इस दौरान सेक्टर-11, सेक्टर-12, झुंडपुरा, चौड़ा, मोरना, दिल्ली से सटे कोंडली, हरिदर्शन बॉर्डर पर बच्ची की तलाश में संदिग्धों से पूछताछ करती रही। एक अन्य टीम गाजियाबाद और नोएडा के सभी मंदिरों, मेट्रो स्टेशनों, बस स्टैंड, शॉपिंग मॉल, स्टेडियम और शिल्प हाट में बच्ची को तलाश करती रहीं। सभी प्रमुख जगहों पर बच्ची की तस्वीर पूरी जानकारी के साथ चस्पा की गई। 
उन्होने  बताया कि मामला संज्ञान में आने के करीब पांच घंटे बाद बच्ची एक जगह फुटेज में दिखी। उसके बाद करीब 400 सीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया। इसी दौरान सेक्टर दस में बच्ची भूख से रोते हुए मिली। पुलिस ने इसके बाद बच्ची को खाना खिलाया और परिजनों को बच्ची के सकुशल मिलने की जानकारी दी। जैसे ही परिजनों ने बच्ची को देखा उनकी आंखों से आंसू छलक उठे। परिजनों ने पुलिस की टीम की प्रशंसा की है। सोशल मीडिया के विविध प्लेटफॉर्म पर भी यूजर ने पुलिस को इस मानवीय पहल के लिए सराहा है।