Ghaziabad News : दूषित पानी पीने से 80 लोग बीमार, स्वास्थ्य विभाग ने लिया पानी का सैंपल

Oct 17, 2025 - 19:06
Ghaziabad News : दूषित पानी पीने से 80 लोग बीमार, स्वास्थ्य विभाग ने लिया पानी का सैंपल
दूषित पानी पीने से 80 लोग बीमार, स्वास्थ्य विभाग ने लिया पानी का सैंपल

Ghaziabad News : जनपद गाजियाबाद में एनएच-नौ स्थित महागुनपुरम सोसाइटी में दूषित पानी पीने से 80 से अधिक लोग बीमार हो गए। सबसे ज्यादा बच्चे और बुजुर्ग उल्टी-दस्त और पेट दर्द की समस्या से पीड़ित हैं। आरोप है कि पिछले कई दिनों से फ्लैटों में गंदा पानी आ रहा था। निवासियों ने इसकी शिकायत एओए से की, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया। इसके बाद लोगों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की तो प्रशासन हरकत में आया।

महागुनपुरम सोसाइटी में फेस- दो में करीब 1734 फ्लैट हैं, जहां तकरीबन छह हजार लोग रह रहे हैं। इसमें दूषित पानी की समस्या सबसे ज्यादा फेज एक के रिद्धि, भगीरथी, कावेरी और विनायक टावर में है। इनमें पिछले पांच-छह दिन से दूषित पानी की सप्लाई हो रही है। निवासियों ने इसकी शिकायत एओए से भी की, लेकिन एओए ने इस पर ध्यान नहीं दिया। मेंटिनेंस टीम ने कहा कि पानी ठीक है। पिछले दो दिन में सोसाइटी के 80 से ज्यादा लोग बीमार हो गए।

सोसाइटी निवासी कुंदन ने बताया कि पहले कुछ लोगों ने खुजली, पेट दर्द और जलन की शिकायत की तो लगा कि मौसम का प्रभाव है। फिर अगले दिन 50-60 लोगों को पेट दर्द, खुजली, जलन के साथ उल्टी और दस्त हो गए। उल्टी-दस्त से सबसे ज्यादा बच्चे और बुजुर्ग प्रभावित हैं। इलाज के लिए क्लीनिक पहुंचे तो डॉक्टर ने बीमारी की वजह दूषित पेयजल बताया। इससे लोगों में एओए के प्रति आक्रोश और लोग कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। आरोप है कि रिद्धि टावर का टैंक रिपेयरिंग के लिए भेजा गया है। उसके स्थान पर तीन-चार दिन पहले छत पर अस्थाई पानी की टंकी रखी गई है, लेकिन वह तभी से बिना ढक्कन रखी है। वहीं, अन्य टावरों में भी गंदा पानी आ रहा है। इसके बाद लोगों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर इसकी शिकायत की। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गुरुवार को मौके पर पहुंची और लोगों का इलाज शुरू किया।

लोगों का आरोप है कि सोसाइटी में लगा एसटीपी केवल फेज एक के लिए बनाया गया था, लेकिन फेज दो का भार भी इसी पर है। एसटीपी की क्षमता कम होने से हर समय बेसमेंट में पानी भरा रहता है। एसटीपी का पानी पहले बेसमेंट और फिर सोसाइटी के पीछे खाली पड़ी जमीन पर निकाल देते हैं। साथ ही रैन वॉटर हार्वेस्टिंग पिट में भी एसटीपी का पानी छोड़ा जाता है, जिससे गंदा पानी सीधा ग्राउंड वाटर में मिलकर फ्लैटों में आता है। इस मामले में सोसाइटी एओए अध्यक्ष यशपाल यादव ने बताया कि दूसरा एसटीपी प्लांट बिल्डर ने अधूरा छोड़ा हुआ है। इसे पूरा कराने के लिए बिल्डर से बातचीत चल रही है। इसके बाद समस्या खत्म हो जाएगी।

दूषित पानी की शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची। एपिडिमियोलॉजिस्ट डॉ. शिवी अग्रवाल की देखरेख में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम ने सोसाइटी में 54 मरीजों का इलाज किया। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि सोसाइटी के एसटीपी प्लांट में ओवरफ्लो के बाद पानी ने बैक मारा है। इसके कारण दूषित पानी पानी की आपूर्ति में भी पहुंच गया है। भागीरथी टावर से पानी के सैंपल एकत्रित किए गए हैं।

सोसाइटी के एओए अध्यक्ष यशपाल यादव ने बताया कि ''लोगों की शिकायत का संज्ञान लेकर पानी की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखा था। इसके बाद विभाग की टीम पानी के सैंपल ले गई है। साथ ही लोगों की स्वास्थ्य जांच के लिए भी डॉक्टर की टीम बुलाई गई। एओए लोगों को पूरा सहयोग कर रही है।