UP News : पश्चिमी उत्तर प्रदेश राज्य की मांग को लेकर 7 सितंबर को अलीगढ मे होगा महासम्मेलन: डीपी यादव

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री, पूर्व सांसद और देश के प्रतिष्ठ उद्योगपति डीपी यादव पश्चिमी उत्तर प्रदेश राज्य की मांग को लेकर आगामी 7 सितंबर को जनपद अलीगढ़ में एक विशाल सभा का आयोजन कर रहे हैं।
इस सम्मेलन में देश के कई बड़े नेता, किसान संगठन के पदाधिकारी, पिछड़े और दलित वर्ग के नेता सहित हजारों की संख्या में लोगों के भाग लेने की संभावना है।
Former Minister D P Yadav : पूर्व सांसद ने एक विशेष बातचीत के दौरान कहा कि राष्ट्रीय परिवर्तन दल के बैनर तले वह 9 अन्य विभिन्न संगठनों को लेकर दलित ,पिछड़ा वर्ग, किसान और समाज के अन्य वर्ग के लोगों के साथ एक महा रैली का आयोजन अलीगढ जनपद मे कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि उत्तर प्रदेश से पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग किया जाए, क्योंकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश सबसे ज्यादा रेवेन्यू देने वाला क्षेत्र है। इसके बावजूद यह क्षेत्र काफी पिछड़ा हुआ है। यहां के नौजवान बेरोजगार है। शिक्षा का अभाव है तथा किसानों के साथ पूरी तरह से न्याय नहीं हो रहा है। इस क्षेत्र के विकास के लिए किसानों ने अपनी जमीन दी। किसानो की जमीन का अधिग्रहण सरकार द्वारा हुआ, इसके बावजूद भी किसान दर-दर की ठोकर खा रहे हैं। क्योंकि ना तो उन्हे समय से मुआवजा दिया गया, ना ही उनके आबादी का निस्तारण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों के बच्चों के लिए उद्योगों में नौकरियों के लिए आरक्षण भी नहीं है। इसकी वजह से जमीन जाने के बाद किसानो के बच्चे अपराध और अशिक्षा के अंधेरे में समा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में स्थित शिक्षण संस्थानों और उच्च शिक्षा के केंद्रो में स्थानीय बच्चों को पढ़ने के लिए सीट आरक्षित होनी चाहिए। स्थानीय उद्योगों में नौजवानों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार दिया जाए। उन्होने कहा कि जिस तरह से सरकारी नौकरियों में संविदा पर लोग रखे जा रहे हैं, इस मुद्दे को भी जोर-सोर से उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि संविदा पर लोगों के रखे जाने की वजह से पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग के लोग सरकारी नौकरियों से वंचित रह जाते हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश राज्य की स्थापना नहीं हो जाती, तब तक आंदोलन लगातार जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि इस आंदोलन में जिन प्रमुख लोगों के हिस्सेदारी है उनमें उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, पूर्व मंत्री हरिश्चंद्र भाटी, सतपाल सिंह यादव, कर्नल सुधीर कुमार, मुंशीराम पाल ,रामनाथ सिकरवार, मुहाजिद चौधरी, श्री चंद्र केतु तेवतिया, ओमवीर सिंह बीरवाल, पुष्पेंद्र सिंह आदि हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में संयोजक मंडल में 16 सदस्य हैं।