Manmohan Singh : पूर्व प्रधानमंत्री के निधन से पूरे देश में शोक की लहर, कल अंतिम संस्कार

डॉ. सिंह का जन्म 26 तारीख को हुआ था। उनका निधन भी 26 तारीख को ही हुआ। मनमोहन सिंह के निधन पर 7 दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। भारत की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने में उनका काफी योगदान था। मनमोहन सिंह की जिंदगी में 26 तारीख का ऐसा संयोग है, जो जन्म से लेकर मृत्यु तक उनके साथ रहा। डॉ. सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को हुआ था। वह अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत के गाह गांव में जन्मे थे। लेकिन जब देश का बंटवारा हुआ, तो उनका परिवार अमृतसर में आकर बस गया। गाह गांव अब पाकिस्तान का हिस्सा है।
बता दें कि डॉ. मनमोहन सिंह लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर रहे थे. इससे पहले भी उन्हें कई बार स्वास्थ्य कारणों से अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका था। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार कल (शनिवार ) सुबह दिल्ली के शक्ति स्थल के पास विशेष राजकीय प्रोटोकॉल के साथ होगा। उनकी बेटी आज देर रात अमेरिका से दिल्ली पहुंचेंगी। फिलहाल डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर दिल्ली के मोतीलाल नेहरू मार्ग पर स्थित उनके आवास पर रखा गया है। जहां उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ लगी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के आवास पर उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन करने पहुंचे । उनके साथ बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी रहे।
उनके निधन पर नोएडा के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सतेन्द्र शर्मा, पूर्व महानगराध्यक्ष शाहबुद्दीन, पीसीसी सदस्य यतेन्द्र शर्मा ने गहरा दुख व्यक्त किया है। सतेन्द्र शर्मा ने एक बयान में कहा है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री और महान अर्थशास्त्री डा. मनमोहन सिंह का निधन अत्यंत दुःखद और देश के लिए अपूरणीय क्षति है। असाधारण दूरदर्शिता और सादगीपूर्ण व्यक्तित्व के साथ भारत को आर्थिक प्रगति के पथ पर अग्रसर करने वाले एक सच्चे जनसेवक व कांग्रेस पार्टी के समर्पित नेता डा. मनमोहन सिंह को विनम्र श्रद्धांजलि।