Ravi Kana : कबाड़ से करोड़पति बने रवि काना से पूछताछ के लिए बनाई गई स्पेशल टीम

Apr 24, 2024 - 10:43
Ravi Kana  : कबाड़ से करोड़पति बने रवि काना से पूछताछ  के लिए बनाई गई स्पेशल टीम
Ravi Kana

Noida News : सामूहिक बलात्कार और गैंगस्टर एक्ट के मामले में फंसे कुख्यात स्क्रैप माफिया रवि काना की अपनी महिला मैनेजर काजल झाॅ के साथ बैंकॉक में हुई गिरफ्तारी ने कई लोगों की नींद उड़ा दी है। नोएडा पुलिस उसे कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद जहां भारत लाने का प्रयास कर रही है, वहीं उसके आका अब अपनी जान और इज्जत बचाने के लिए तरह-तरह के जुगाड़ लगाने में जुट गए हैं। बताया जाता है कि रवि काना से पूछताछ के लिए पुलिस की विशेष टीम में बनाई गई है। पुलिस के पास सवालों की लंबी लिस्ट है ,तथा पुलिस के पास कई लोग खिलाफ ठोस सबूत भी है जो रवि कान्हा के गैंग के लिए परोक्ष या अपरोक्ष रूप से कार्य करते थे। सूत्रों का दावा है कि उसके चाहते उसे कानूनी शिकंजे से कैसे बचाया जाए इस प्रयास में जुट गए हैं।

Ravi Kana : 

इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान कल रवि काना के अधिवक्ता ने न्यायालय को सूचित किया था कि रवि काना और उसकी महिला मैनेजर काजल को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह सूचना जैसे ही अधिवक्ता ने कोर्ट को दी आग की तरह फैली। शाम होते-होते नोएडा पुलिस सूचना के आधार पर आगे की कार्रवाई करने में सक्रिय हो गई।

 नोएडा पुलिस के अधिकारियों के अनुसार गैंगरेप और गैंगस्टर के मामले में लंबे समय से फरार चल रहे स्क्रैप माफिया रवि काना को बैंकॉक में गिरफ्तार किया गया है। रवि काना के साथ उसकी महिला मित्र काजल झा को भी थाइलैंड पुलिस ने अरेस्ट किया है। अब उसको बहुत जल्द भारत लाया जाएगा। इसके लिए प्रत्यारोपण की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। जनवरी में बीटा 2 पुलिस द्वारा रवि काना और उसके गिरोहों के 15 सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी और उससे पहले नोएडा के थाना सेक्टर 39 में रवि काना और उसके सहयोगियों पर गैंगरेप का मुकदमा दर्ज हुआ था। 

लंबे समय से पुलिस रवि की तलाश कर रही थी। रवि के गिरोह के काफी सदस्य और उसकी पत्नी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं, लेकिन रवि व उसकी महिला मित्र लगातार फरार चल रहे थे । पुलिस को पहले ही शक था कि वह देश छोड़कर कहीं भाग चुका है। इसी को लेकर उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था। नोएडा पुलिस इस मामले में थाईलैंड पुलिस के संपर्क में भी थी। उसी कड़ी में थाईलैंड पुलिस ने रवि काना और उसकी महिला मित्र काजल झा को गिरफ्तार कर लिया है। अब इस मामले में पुलिस और अन्य एजेंनिसियो के द्वारा आगे की कार्रवाई की जा रही है और रवि काना और उसकी सहयोगी को देश लाने की कार्रवाई की जाएगी।

रवि के आका उसे कानूनी जाल से बाहर निकलने में जुटे

स्क्रैप माफिया रवि काना और उसके गैंग के खिलाफ 500 पन्नों की चार्जशीट नोएडा पुलिस ने गौतमबुद्ध नगर कोर्ट में दाखिल की हैं। नोएडा पुलिस ने चार्जशीट दाखिल करते हुए रवि काना को काले कारोबार का सरगना बताया है। इसके अलावा काजल झा को काले कारोबार में बराबर का हिस्सेदार बताया गया है। पुलिस ने काले कारोबार का पूरा चिट्ठा कोर्ट के सामने पेश किया है। रवि काना हरेंद्र प्रधान दादुपुर का छोटा भाई है। हरेंद्र प्रधान की हत्या वर्ष 2015 में सुंदर भाटी ने करवाई थी।

 हरेंद्र नागर हत्याकांड गौतमबुद्ध नगर के चर्चित हत्याकांड में शामिल है। हरेंद्र नागर की हत्या होने के बाद स्क्रैप और सरिया तस्करी का सारा काम रवि काना ने संभाल लिया। हरेंद्र प्रधान हत्याकांड के बाद रवि काना ने अपनी जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा मांगी और सरकार ने रवि काना को पुलिस सुरक्षा दी। सुरक्षा मिलने के बाद रवि ने इसका दुरुपयोग किया। 

रवि काना ने स्क्रैप माफिया और तस्करी के लिए पुलिस सुरक्षा का इस्तेमाल किया था। रवि के अलावा उसकी भाभी यानी कि हरेंद्र नागर की बीवी बेवन नागर और भाई राजकुमार नागर को भी पुलिस सुरक्षा मिली। हालांकि, रेप का मुकदमा दर्ज होने से करीब 6 महीने पहले रवि काना की पुलिस सुरक्षा हटा ली गई थी। रवि काना और उसके गिरोह के सदस्यों की करीब 200 करोड रुपए से ज्यादा की संपत्ति को पुलिस के द्वारा अबतक कुर्क कर लिया गया है।

गौतमबुद्ध नगर में पहली बार अपराधी का थाईलैंड से प्रत्यर्पण

गौतमबुद्ध नगर में अपराध की दुनिया में सुंदर भाटी, रणदीप भाटी, सिंघराज भाटी, अनिल भाटी, अमित कसाना, अनिल दुजाना और मनोज उर्फ आसे जैसे कुख्यात नाम चर्चा में रहे हैं। कुछ दिन पहले ही अनिल दुजाना मुठभेड़ के दौरान मारा गया था। रवि काना की थाईलैंड में गिरफ्तारी के बाद उसे भारत लाए जाने की प्रक्रिया होगी। कहा जा रहा है कि गौतमबुद्ध नगर में ऐसा पहली बार होगा कि किसी अपराधी का थाईलैंड से प्रत्यर्पण हो रहा है। भारत और थाईलैंड की प्रत्यर्पण संधि 30 मई 2013 को बैंकाक में हुई थी। तत्कालीन विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद और थाईलैंड के उप प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री सूरापोंग ने संधि पर हस्ताक्षर किए थे।

नोएडा से लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट तक शुरू हो गई है भाग दौड़, गेटिंग सेटिंग का दौर शुरू

गौतमबुद्ध नगर जिला न्यायालय के डीजीसी ब्रह्मजीत भाटी ने बताया कि रवि और काजल को थाईलैंड के न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा। वहां से विधिक प्रक्रिया का अनुसरण करते हुए भारत लाने की कार्यवाही शुरू होगी। माफिया पर कार्रवाई नोएडा कमिश्नरेट पुलिस की बड़ी सफलता है। गौतमबुद्ध नगर में पहली बार इतिहास रचा जाएगा कि कोई अभियुक्त विदेश से लाया जाएगा। इससे साफ संदेश गया है कि कोई भी बदमाश देश छोड़कर विदेश के किसी भी कोने में चला जाएं, वहां से पकड़कर लाया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता ओपी तिवारी बताते हैं कि केवल शत्रु देश को छोड़कर अन्य किसी भी देश से भारत में वांछित अपराधी को देश में लाया जा सकता है। इसके लिए पुलिस गृहमंत्रालय को पत्र लिखेगी। मंत्रालय वहां के विदेश मंत्रालय से संपर्क करेगा। थाईलैंड के साथ हमारी संधि है। इसलिए सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद आरोपी को देश में लाया जाएगा। पुलिस अधिकारियों के अनुसार थाईलैंड पुलिस दिल्ली एयरपोर्ट तक आरोपियों को लाएगी। दिल्ली एयरपोर्ट पर केंद्रीय सुरक्षा बलों को सौंपेगी। एयरपोर्ट से केंद्रीय सुरक्षा बल स्थानीय पुलिस की उन्हे सुपुर्दगी में देंगे।