Noida News : बैडमिंटन खेलते समय कोर्ट पर गिरा खिलाड़ी, मौत

Aug 1, 2024 - 10:30
Aug 1, 2024 - 10:35
Noida News : बैडमिंटन खेलते समय कोर्ट पर गिरा खिलाड़ी, मौत
स्वप्निल ( फाइल फोटो)

Noida News : नोएडा के सेक्टर 21ए स्थित स्टेडियम में बैडमिंटन खेलते समय बहुराष्ट्रीय कंपनी में काम करने वाले 46 वर्षीय स्वप्निल की अचानक हुई मौत की घटना ने खिलाड़ियों के अंदर भय पैदा कर दिया है। स्वप्निल बैडमिंटन के बड़े खिलाड़ी थे। उन्होंने दिल्ली और उत्तर प्रदेश में आयोजित कई प्रतियोगिताओं में विजय हासिल की थी। वह नोएडा स्टेडियम में करीब 16 वर्षों से बैडमिंटन खेल रहे थे। उनके खेल को देखकर लोग उनसे प्रेरणा लेते थे। उन्होंने नोएडा स्टेडियम में खेलने वाले कई खिलाड़ियों को बैडमिंटन का प्रशिक्षण भी दिया, तथा वह हर तरह से लोगों की खेल में मदद करने को तैयार रहते थे। उनकी पत्नी के अनुसार वह ब्लड प्रेशर की बीमारी से ग्रसित थे। डॉक्टरों ने उन्हें बैडमिंटन खेलने से मना किया था, लेकिन वह खेल को लेकर इतने संवेदनशील थे कि लगातार बैडमिंटन खेलते रहे। और उन्होंने बैडमिंटन खेलते हुए ही बैडमिंटन कोर्ट पर अंतिम सांस ली।

घटना से खिलाड़ियों में फैली सनसनी , हृदय घात के चलते मौत की जताई जा रही है आशंका

Noida News : 

 अपर पुलिस उपायुक्त मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि स्वप्निल वैभव खंड इंदिरापुरम स्थित एसोटेक विंडसर पार्क सोसाइटी में रहते थे। वह मंगलवार की रात को बैडमिंटन खेलने के लिए नोएडा के सेक्टर 21 ए स्थित स्टेडियम में आए थे। वहां पर वह अपने साथी भरत, ऋषी, वैभव के साथ बैडमिंटन खेल रहे थे। उन्होंने पहला गेम खेला। दूसरे मैच के दौरान उन्होंने जैसे ही स्मैंश मारा वह अचानक कॉलेप्स होकर गिर पड़े। उनके साथी खिलाड़ियों ने उन्हें नोएडा के सेक्टर 27 स्थित कैलाश अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां पर डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि इस मामले में मृतक के परिजनों ने कोई कानूनी कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। मृतक के परिजनों ने उनके शव का अंतिम संस्कार बुधवार को सेक्टर 94 स्थित अंतिम निवास पर कर दिया। उन्होंने बताया कि पुलिस अपने स्तर से मामले की जांच कर रही है।

 वहीं नोएडा स्टेडियम में बैडमिंटन खेलने वाले लोगों का आरोप है कि नोएडा प्राधिकरण द्वारा निर्मित बैडमिंटन कोट पूरी तरह से वातातनुकूलित बनाया गया था। लेकिन जो लोग इसका मौजूदा समय में संचालन कर रहे हैं, वे लोग वहां पर एयर कंडीशन नहीं चला रहे हैं। क्योंकि बैडमिंटन हाल वातानुकूलित हिसाब से बनाया गया है, उसी के हिसाब से वहां की सारी व्यवस्थाएं हैं। बैडमिंटन हॉल के अंदर वेंटिलेशन की व्यवस्था नहीं है, जिसकी वजह से ह्यूमिडिटी बढ़ने से लोगों को सांस लेने में दिक्कत आ रही है। खिलाड़ियों के अनुसार स्वप्निल की मौत का यह भी एक कारण हो सकता है। जिस दिन स्वप्निल की मौत हुई है उसे दिन वायु में आद्रता करीब 48 प्रतिशत थी। बैडमिंटन खिलाड़ी स्वप्निल की मौत के बाद बैडमिंटन खेलने वाले लोगों में दहशत व्याप्त है।

इससे पूर्व वर्ष 2023 के जनवरी माह में बैडमिंटन खेलते समय नोएडा स्टेडियम में सेक्टर-26 में रहने वाले महेंद्र शर्मा(52) की मौत हो गई थी। वह स्टेडियम के बैडमिंटन कोर्ट में सुबह सात से आठ बजे के स्लॉट में बैडमिंटन खेल रहे थे। इसी दौरान अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई। साथियों ने उनको पानी पिलाया।दूसरे कोर्ट पर बैडमिंटन खेल रहे डॉ. संदीप कंवल ने उनको प्राथमिक उपचार दिया और तुरंत एंबुलेंस बुलाई। उनको मेट्रो अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई थी।

मौसम के हिसाब से खिलाड़ी बरते सावधानी; आनंद खरे
 नोएडा के  विभिन्न जगहों पर बैडमिंटन हॉल बने हुए हैं। जहां पर लोग बैडमिंटन खेलते हैं। उमस  भरी वायुमंडल में बैडमिंटन खेलना लोगों के लिए घातक हो रहा है। उत्तर प्रदेश बैडमिंटन एसोसिएशन के सचिव आनंद खरे ने बताया कि बैडमिंटन खिलाड़ियों को कई बार हिदायत दी जाती है कि वह खेलने से पहले वार्मअप हो ले। कुछ खिलाड़ी बिना वार्मअप के खेलते हैं। उन्होंने कहा कि आद्रता बढ़ने की वजह से हवा में नमी है। इस समय खिलाड़ियों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ खिलाड़ी अपने आप को तंदुरुस्त रखने के लिए ज्यादा  समय तक खेलते हैं। यह भी घातक है। उन्होंने कहा कि जितना शरीर बर्दाश्त करें उतना ही गेम खेलना चाहिए।
एडिशनल एसपी के बेटा थे स्वप्निल, पिता की भी हुई थी हृदय घात के चलते मौत
 बैडमिंटन खेलते समय हुई स्वप्निल की मौत ने जहां एक तरफ खेल जगत में शोक की लहर पैदा कर दी है, वही पुलिस विभाग  भी इस बात को लेकर गमगीन है। स्वप्निल के पिता सरयू प्रसाद सोनकर उत्तर प्रदेश पुलिस में एडिशनल एसपी के पद पर थे। वर्ष  1996 मे वह जनपद गाजियाबाद में तैनात थे, तथा एक मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट गए थे। इलाहाबाद से वापस लौटते समय ट्रेन में उनकी मौत हो गई थी। डॉक्टरों ने बताया था कि उनकी मौत हृदय घात के चलते हुई है। स्वप्निल की मौत के बाद भी यह चर्चा है कि उनकी मौत हृदय घात के चलते हुई है। स्वप्निल हंसमुख और मृदुभाषी थे। वह समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़े हुए थे। उनका समाज में लोग आदर करते थे। उनका पहला मोबाइल फोन का कारोबार था। कुछ दिनों से वह एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में वरिष्ठ अधिकारी के रूप में कार्य कर रहे थे।