Noida News : उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए हो रही भर्ती में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन (डीवी) और शारीरिक मानक परीक्षण (पीएसटी) के लिए आए एक व्यक्ति और उसके तीन सहयोगियों को गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी 1 जनवरी की हुई थी, जबकि तीन अन्य की गिरफ्तारी शुक्रवार को हुई है। मुख्य आरोपी पीएसी वाराणसी मे आरक्षी के पद पर तैनात है। यह अभ्यर्थी अपना नाम, जन्मतिथि बदलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर भर्ती प्रक्रिया में शामिल हुआ था।
पुलिस आयुक्त श्रीमती लक्ष्मी सिंह के मीडिया प्रभारी ने बताया कि धोखाधड़ी से यूपी पुलिस मे आरक्षी बनने के प्रयास करने वाले एक आरोपी को गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने एक जनवरी को गिरफ्तार किया था। उन्होंने बताया कि गौतम बुद्ध नगर के रिजर्व पुलिस लाइन में उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी सीधी भर्ती 2023 की डीवी/ पीएसटी की प्रक्रिया चल रही है।
30 दिसंबर को एक अभ्यर्थी अभय सिंह पुत्र वीरपाल सिंह निवासी नहाली थाना सरधना जनपद मेरठ के नाम से डीवी/पीएसटी हेतु आया। जब बोर्ड द्वारा उक्त व्यक्ति के शैक्षणिक व अन्य प्रपत्रों की जांच की गई तो जांच में पाया गया कि उक्त अभ्यर्थी ने अपना नाम, जन्मतिथि बदलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर उक्त भर्ती प्रक्रिया में शामिल हुआ है।
गहनता से पूछताछ करने पर अभ्यर्थी ने बताया कि उसका वास्तविक नाम अरविंद कुमार पुत्र वीरपाल सिंह है। वह जनपद मेरठ का रहने वाला है, जो वर्तमान में पीएसी की 36वीं वाहिनी वाराणसी में आरक्षी के पद पर नियुक्त है। उक्त संबंध में थाना ईकोटेक -3 में 31 जनवरी को मुकदमा दर्ज करवाया गया था।
उन्होंने बताया कि इस मामले में अरविंद कुमार को पुलिस ने 1 जनवरी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। इस धोखाधड़ी में उसका साथ देने वाले विशाल सोम पुत्र वीरपाल सिंह, तुषार पुत्र वीर सिंह तथा अंकित पुत्र सिद्ध पाल सिंह को पुलिस ने 3 जनवरी की शाम को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने उनको 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।