Noida News : जनपद गौतम बुद्ध नगर की जिला भूगर्भ जल प्रबंधन समिति ने भूजल दोहन करने वाले नोएडा के 6 बिल्डरों पर 35 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। जिलाधिकारी ने मंगलवार को समिति की बैठक में इस पर स्वीकृति दी। यूनिएक्सेल डेवलपर्स पर सबसे अधिक 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है, जबकि बाकी पर 5-5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जून माह में इन बिल्डरों पर नोएडा प्राधिकरण ने नॉलेज पार्क थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था।
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जनपद गौतम बुद्ध नगर की भूगर्भ जल अधिकारी अंकिता राय ने बताया कि नोएडा के सेक्टर-154 व 153 में 6 बिल्डर प्रोजेक्ट पर अवैध भूजल दोहन मिला था। प्राधिकरण की सूचना के बाद विभाग की टीम ने प्रोजेक्टों का निरीक्षण किया था। तीन प्रोजेक्ट पर बोरवेल मिले थे जिन्हें बंद कराया गया था। जबकि दो का बोरवेल पूर्व में बंद कराया जा चुका था। अब भूजल दोहन करने वाले इन 6 बिल्डर प्रोजेक्टों पर 35 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इनमें यूनिएक्सेल डेवलपर्स पर 10 लाख और मॉन्ट्री अटायर, जैम विजन टेक, किंग पेस इंफॉर्मेशन, मदरसन व पारस एवेन्यू पर 5-5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया हैं। बिल्डरों को चेतावनी दी गई है कि अगर उन्होंने तत्काल जुर्माना जमा नहीं किया तो राशि को दोगुना कर दिया जाएगा। इसके बाद रिकवरी सर्टिफिकेट जारी कर वसूली की जाएगी।
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने जिला भूगर्भ जल प्रबंधन समिति की समीक्षा बैठक में कहा कि भूगर्भ जल विभाग को सभी आवासीय सोसाइटियों, सरकारी भवनों और कार्यालय में वाटर रिचार्ज स्ट्रक्चर की गहनता से जांच करनी होगी। सभी का रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम सक्रिय होना चाहिए। डीएम ने जिला स्तरीय टास्क फोर्स को निर्देश देकर कहा कि भूजल प्रयोजन के जारी अनापत्ति प्रमाण पत्र में अगर कोई शर्तों का पालन नहीं कर रहा है तो उनकी एनओसी रद्द की जाएगी। साथ ही, उन्हें वाटर रिचार्ज पर काम करना होगा।
भूगर्भ जल अधिकारी अंकिता राय ने बताया कि भूजल उपयोग के लिए कुल 32 आवेदन मिले थे। इनमें से 18 आवेदनों को अनुमति दे दी गई है। जो उद्योग और कॉमर्शियल यूनिट हैं। वहीं तीन आवेदन को राज्य प्राधिकरण के पास भेजा गया है। जबकि 11 को निरस्त कर दिया गया है।