Noida News : साइबर फ्रॉड से बचने के लिए कमिश्नरेट गौतमबुद्घनगर पुलिस जन जागरुकता अभियान चला रही है। इस अभियान के तहत अगले दस दिनों तक सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्म के माध्यम से साइबर सुरक्षा से संबंधित खबरें प्रेषित की जाएंगी। इससे आम लोगों को साइबर अपराधियों के मोडस ऑपरेंडी (काम करने का तरीका) के बारे में पता चल सके।
डीसीपी साइबर क्राइम प्रीति यादव ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य नागरिकों को साइबर फ्रॉड से बचाने के लिए जागरूक करना है। इससे लोग साइबर अपराधों को पहचानने और उससे बचने के तरीकों को समझ सकेंगे। इसमें डिजिटल अरेस्ट, इंवेस्टमेंट स्कैम, जॉब स्कैम, मैट्रिमोनियल फ्रॉड, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फ्रॉड , ऑनलाइन धोखाधड़ी, और व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा जैसे विषयों पर अगले दिस दिन तक चर्चा की जाएगी। इसी क्रम में बृहस्पतिवार को वैवाहिक साइट पर होने वाले फ्रॉड की जानकारी दी गई।
उनके अनुसार वैवाहिक साइट पर धोखाधड़ी से बचने के लिए जो एडवाइजरी दी गई है वह इस प्रकार है।
- फर्जी प्रोफाइल से सावधान रहें: कई साइबर अपराधी खुद को एनआरआई, सेना के अधिकारी, डॉक्टर, इंजीनियर या उच्च पद पर कार्यरत व्यक्ति बताकर धोखा देते हैं। प्रोफाइल में दी गई जानकारी गूगल सर्च, लिंक्डइन और सोशल मीडिया पर चेक करें।
- अगर कोई व्यक्ति मिलने से पहले ही पैसों की मांग करने लगे, तो तुरंत अलर्ट हो जाएं।
- जल्दबाजी में विश्वास न करें: अगर कोई बहुत जल्दी शादी के लिए तैयार हो रहा है और इमोशनल होकर विश्वास जीतने की कोशिश कर रहा है, तो सतर्क रहें।
- ठग अक्सर प्यार, विश्वास और सहानुभूति का नाटक करके जाल में फंसाते हैं।
-पैसों की मांग करने वालों से बचें: कई बार धोखेबाज शादी के बहाने कहते हैं कि वीजा के लिए पैसे चाहिए, मेडिकल इमरजेंसी है, गिफ्ट या कस्टम क्लियरेंस के लिए पैसे ना भेजे। इनसे बचें।
- कभी भी किसी को बैंक डिटेल्स, क्रेडिट कार्ड जानकारी न दें।
- अगर कोई गिफ्ट भेजने का दावा करता है और आपको कस्टम चार्ज भरने के लिए कहे, तो यह शत प्रतिशत फ्रॉड है।
- वीडियो कॉल और पर्सनल मीटिंग के बिना कोई फैसला न लें। ठग वीडियो कॉल से बचते हैं या बहाने बनाते हैं। मिलने के लिए हमेशा सार्वजनिक स्थान (कैफे, मॉल आदि) चुनें और अपने साथ किसी भरोसेमंद व्यक्ति को ले जाएं।
- पहली ही मुलाकात में निजी जानकारी साझा न करें। फोटो, वीडियो न दें।
- फर्जी वेबसाइट्स और अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- कई बार ठग फर्जी मेट्रिमोनियल वेबसाइट्स बनाकर या व्हाट्सएप/ईमेल पर लिंक भेजकर फंसाते हैं।