Noida News : डिजिटल अरेस्ट कर महिला के साथ 84 लाख की ठगी के मामले में एक गिरफ्तार

Jul 31, 2024 - 23:11
Noida News : डिजिटल अरेस्ट कर महिला के साथ 84 लाख की ठगी के मामले में एक गिरफ्तार

Noida News : लोगों को भयभीत कर डिजिटल अरेस्ट करके ठगी करने के मामले में एक व्यक्ति की साइबर क्राइम पुलिस ने गिरफ्तारी की है। विदेश भेजे जा रहे पार्सल में ड्रग्स समेत अन्य प्रतिबंधित सामान होने का डर दिखाकर महिला के साथ 84 लाख रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के एक आरोपी को साइबर क्राइम थाने की टीम ने बुधवार को गिरफ्तार किया है। महिला को डिजिटल अरेस्ट कर ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया था। आरोपी के खाते में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई थी। 

Noida News : 

साइबर क्राइम थाने के प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार गौतम ने बताया कि 26 जून को आम्रपाली सफायर सोसाइटी निवासी महिला ने थाने में सूचना दी थी कि उसके मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आई। कॉलर ने महिला के नाम से भेजे गए पार्सल में ड्रग्स समेत अन्य सामान होने का डर दिखाकर डिजिटल अरेस्ट कर लिया। पार्सल में मिले फर्जी पासपोर्ट और क्रेडिट कार्ड का मनी लांड्रिंग से संबंध होने की बात कहकर भी महिला को डराया गया। जेल जाने से बचने के लिए जालसाजों ने महिला से 84 लाख रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करा लिए। ठगों ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच और सीबीआई का अधिकारी बताकर ठगी की। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि ठगी की कुछ रकम दिल्ली के राजौरी गॉर्डन में रहने वाले उमेश महाजन के खाते में भी ट्रांसफर हुई है। उसके सिटी यूनियन बैंक के खाते में ठगी के पांच लाख 110 रुपये ट्रांसफर हुए थे। बुधवार को उमेश महाजन को साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने दिल्ली से दबोच लिया। आरोपी के पास से एक मोबाइल भी बरामद हुआ है। पुलिस बरामद मोबाइल की जांच कर रही है। संभावना है कि ठगी संबंधी कई अहम जानकारी पुलिस को मोबाइल से मिलेगी। 

पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने सर्फिंग के दौरान फेसबुक पर एक विज्ञापन देखा। इसमें पार्ट टाईम जॉब कर पैसा कमाने के संबंध में बताया गया था। इसके बाद उमेश ने फेसबुक पर उपलब्ध विवरण के आधार पर सीयान नाम के व्यक्ति से व्हाट्सऐप पर संपर्क किया गया। सीयान एक बैंक खाता उपलब्ध कराने पर उसको तीस हजार रुपये देने लगा। इस उमेश महाजन ने अपने बैंक खाते में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर को हटा दिया और उसपर फर्जी नाम व पते से लिए गए सिम के नंबर को रजिस्टर करा दिया। इसकी ओटीपी भी जालसाजों के साथ उमेश ने साझा कर दी। उमेश ने अपने कई अन्य साथियों से भी ऐसा कराया। जिसके एवज में उमेश को अलग से पैसा मिलता रहा । 

इस प्रकार आरोपी फर्जी खाते तैयार कर उनका एक्सेस अपने साथियों को देता था एवं धोखाधडी से अर्जित की गई धनराशि में भी अपना कमिशन प्राप्त करता था । उमेश महाजन के बैंक खाते के लेनदेन का विवरण देखा गया तो पता चला कि 23 जून 2024 से 29 जून 2024 के मध्य लगभग 46 लाख रुपए क्रेडिट हुए हैं। 33 लाख 69 हजार रुपए डेबिट किए गए हैं। उमेश का कोई निजी रोजगार या नौकरीपेशा नहीं है। ऐसे में इतनी बड़ी धनराशि का लेनदेन आरोपी के बैंक खाते में हुआ है। इसकी भी जांच की जा रही है। महिला के साथ ठगी होने के मामले में 33 से भी अधिक बैंक खातों को फ्रीज कराया गया है। ठगी की दस लाख की रकम को पुलिस पहले ही फ्रीज करा चुकी है।