Greater Noida News : भारतीय स्वाधीनता की बेदी पर प्राणों की आहुति देने वाले वीर सपूतों की स्मृति में बने शिलालेखों का मंत्री ने किया लोकार्पण

Greater Noida News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आहवान पर जनपद गौतमबुद्व नगर क्षेत्र के 1857 के शहीदों व आजादी के बाद के युद्धों में शहीद हुए जांबाजों की याद में तैयार कराये गए स्मृति शिलालेखों का शनिवार को उत्तर प्रदेश सरकार में पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने लोकार्पण किया।
जिला पंचायत गौतमबुद्व नगर के प्रांगण में शहीदों की स्मृति में शिलालेख का लोकार्पण कार्यक्रम में मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि मई 1857 के भारतीय स्वाधीनता संग्राम में इस क्षेत्र में तत्कालीन दादरी रियासत जो कि अधिकांश जनपद गौतमबुद्ध नगर का भू-भाग है, ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिसमें 1857 को महान क्रान्ति जिसे अंग्रेजों ने गदर कहा गांव-गांव फैल गयी थी, यहां रहे ग्रामीणों ने अंग्रेजी राज को चुनौती दी थी तथा लगभग एक साल में गुलामी का निशान ही मिटा दिया।
उन्होंने बताया कि तत्कालीन अंग्रेज अधिकारी मिस्टर टर्नबुल की रिपोर्ट थी कि दादरी के इलाके में सर्वाधिक गड़बड़ी है। वर्ष 1874 में बुलन्दशहर के डिप्टी कलेक्टर कुंवर लक्षण सिंह ने 1857 की क्रान्ति का लिपिबद्ध किया। उन्होंने लिखा है कि दादरी रियासत के राव रोशन सिंह, राव उमराव सिंह, राव बिशन सिंह, राव भगवन्त सिंह आदि ने मिलकर अंग्रेजी सरकार के खिलाफ बगावत का झन्डा उठाया था।
अतः इस परिवार की सारी चल-अचल सम्पत्ति सरकार द्वारा जब्त कर ली गयी और राव रोशन सिंह तथा उनके पुत्रों व भाईयो को प्राण दण्ड दे दिया गया। भारतीय स्वाधीनता की बेदी पर अपने प्राणों की आहूत्ति देने वाले उपरोक्त एवं अन्य ज्ञात व अज्ञात सभी बलिदानियों को शत-शत नमन।
मंत्री ने बताया कि इस जन युद्ध के हिम्मतसिंह गांव (रानौली) झण्डू जमीदार, सहाब सिंह (नगला नैनसुख) हरदेव सिंह, रूपराम (बील) मजलिस जमीदार (लुहारली), फत्ता नम्बरदार (चिटहेरा), हरदयाल सिंह गहलौत, दीदार सिंह (नगला समाना), राम सहाय (खगुआ बास), नवल, हिम्मत जमीदार (पैमपुर), कदम गुर्जर (प्रेमपुर), कल्लू जमीदार (चीती), करीमबख्शखान (तिलबेगमपुर), जबता खान (मुडसे) मैदा जमीदार, बस्ती जमीदार (सावली) इन्द्रसिंह, भोलू गुर्जर (मसौता), मुल्की गुर्जर (हदयपुर), मुगनी गुर्जर (सैथली), बंसी जमीदार (नगला चमरू), देवी सिंह जमीदार (मेहसे), दानसहाय (देवटा), बस्ती जमीदार (गिरधरपुर), फूल सिंह गहलौत (पारसेह), अहमान गुर्जर (बढपुरा), दरियाव सिंह (जुनेदपुर), इन्द्रसिंह (अट्टा), राम स्वरूप (गुनपुरा), सुरजीत सिंह (राजपुर), सुलेख (महावड), सुरजीत सिंह (अट्टा), हरदयाल सिंह रौसा, राम दयाल सिंह, निर्मल सिंह (सरकपुर), बिशन सिंह (बिशनपुरा), सहित 84 आदि क्रान्तिकारियों को अंग्रेजी सरकार ने रिंग लीडर दर्ज कर भारत की आजादी के लिए प्रथम क्रान्ति युद्ध में बुलन्दशहर के (काला आम) पर मृत्यु दण्ड दिया गया। वहीं अंग्रेजी सरकार द्वारा सैकड़ों क्रान्तिकारियों को काले पानी की सजा दी गई।
लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष अमित चौधरी, सांसद डॉक्टर महेश शर्मा, दादरी विधायक तेजपाल सिंह नागर, विधान परिषद नरेंद्र भाटी, जिला पंचायत सदस्य देव भाटी, मोहिनी, भाजपा जिलाध्यक्ष अभिषेक शर्मा, जिला पंचायत गौतमबुद्धनगर की अपर मुख्य अधिकारी प्रियंका चतुर्वेदी, जिला पंचायत अभियन्ता अमर सिंह, अवर अभियंता ऋतुनम, प्रशासनिक अधिकारी जयकुमार भाटी सहित अन्य मौजूद रहें।