Noida News : यूपी एसटीएफ ने साइबर अपराधियों को म्यूल खाता उपलब्ध कराने वाले 6 बदमाशों को किया गिरफ्तार, बिहार प्रांत के दो बैंकों के कई कर्मचारी भी हैं गैंग में शामिल

Noida News : उत्तर प्रदेश विशेष कार्यबल (एसटीएफ) UP STF की नोएडा यूनिट (Noida Unit) ने बीती रात को एक कार्रवाई के तहत गाजियाबाद के विजयनगर से साइबर अपराधियों को म्यूट अकाउंट उपलब्ध करवाने वाले तथा बड़े नोट के बदले छोटे नोट देने का वादा कर लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले गैंग के 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पुलिस ने 25.6 लाख की नगदी, नोट गिनने की मशीन, कूट रचित आधार कार्ड, और अन्य दस्तावेज आदि बरामद किया है। इस गैंग का सरगना शुभम राज बताया जाता है।
UP STF (Noida Unit) News : यूपी एसटीएफ के एसपी (नोएडा यूनिट) राजकुमार मिश्रा ने बताया कि एक सूचना के आधार पर एसटीएफ ने गाजियाबाद के विजयनगर में छापेमारी की। उन्होंने बताया कि वहां से पुलिस ने शुभम राज पुत्र हरेंद्र कुमार निवासी जनपद सारण बिहार, प्रदीप कुमार पुत्र रामेश्वर निवासी पटना बिहार, धीरज मिश्रा पुत्र हरेंद्र मिश्रा निवासी जनपद पटना बिहार, सोनू कुमार पुत्र बच्चा शर्मा निवासी जनपद सारण बिहार, अमरजीत कुमार पुत्र मंटू पंडित निवासी जनपद सारण बिहार, अनुराग पुत्र धर्मेंद्र निवासी शिकारपुर जनपद बुलंदशहर को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि इस घटना में शामिल इंद्रमणि पुत्र मनोज कुमार चौरसिया निवासी जनपद सारण बिहार, चंचल कुमार निवासी जनपद वैशाली बिहार, मृत्युंजय कुमार पुत्र शिवकुमार निवासी जनपद पटना बिहार, अंकित कुमार पुत्र विजय राय निवासी जनपद सारण बिहार तथा शान्वी निवासी जनपद पटना बिहार फरार है।
उन्होंने बताया कि ये लोग साइबर अपराध करने वाले बदमाशों को म्यूल अकाउंट कमीशन पर उपलब्ध करवाते हैं। उन्होंने बताया कि इनके पास से 100 से अधिक अकाउंट की डिटेल मिली है, जिन पर साइबर फ्रॉड की रकम ट्रांसफर हुई है। उन्होंने बताया कि म्यूल अकाउंट उपलब्ध करवाने में बिहार के बंधन बैंक और एचडीएफसी बैंक के कुछ कर्मचारियों की मिली भगत भी सामने आई है। उन्होंने बताया कि उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान इस गैंग के लोगों ने बताया कि ये लोग बड़े नोट के बदले छोटे अमाउंट का नोट देने का लालच देकर भी लोगों से ठगी करते है। ये लोग कागज की गड्डी पर ऊपर और नीचे असली नोट लगाकर उसे असली नोट की गड्डी की तरह बनाते थे, तथा बड़े नोट के एवज में छोटे नोट लेने वाले लोगों को धोखाधड़ी कर नकली गड्डी पकड़ा देते थे। इनके पास से पुलिस ने 25.6 लाख नगद,नोट गिनने की मशीन, कुटरचित दस्तावेज, आदि बरामद किया है। उन्होंने बताया कि इस गैंग में शामिल कुछ अन्य लोगों के बारे में एसटीएफ को जानकारी मिली है। उनकी तलाश में एसटीएफ छापेमारी कर रही है।
उन्होंने बताया कि म्यूल वह बैंक खाता होता है, जिसे अपराधी अवैध धन प्राप्त करने, स्थानांतरित करने और उसे वैध बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं, अक्सर खाताधारक की जानकारी के बिना यह उससे धोखे से शामिल करके, जो व्यक्ति इस तरह के खाते का उपयोग करता है, उसे मनी म्यूल कहा जाता है, और उन्हें पैसे कमाने के बदले में इस खाते के माध्यम से धन हस्तांतरित करने का निर्देश दिया जाता है, जिससे वे अनजाने या जानबूझकर मनी लॉन्ड्रिंग में भागीदार बन जाते हैं।