Noida News : इंटरनेशनल गोल्फ कोर्स का निर्माण अधर में लटका, तीसरी बार हुई डेड लाइन जारी

May 25, 2024 - 10:00
Noida News : इंटरनेशनल गोल्फ कोर्स का निर्माण अधर में लटका, तीसरी बार हुई डेड लाइन जारी
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Noida News : नोएडा के सेक्टर-151ए में निर्माणाधीन इंटरनेशनल गोल्फ कोर्स तय समय पर तैयार नहीं हो पा रहा है। काम पूरा करने की डेडलाइन दो बार फेल हो चुकी है। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने अब दिसंबर तक काम पूरा कराने का दावा किया है। अधिकारियों के अनुसार यहां सिविल का करीब 72 प्रतिशत पूरा हो चुका है ।

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 इस परियोजना की लागत करीब 100 करोड़ है, इसमें सिविल का काम 69 करोड़ का है इसकी शुरुआत में इस परियोजना का काम सदस्यता से आने वाले पैसे से कराने की योजना बनाई गई थी, लेकिन यह योजना बुरी तरह से फ्लॉप हो गई। सदस्यता से करीब 48 करोड़ रुपये ही आए। इसके अलावा सदस्यता का काम भी बंद हो गया। इस वजह से परियोजना का काम बीते कुछ माह पहले तक बंद हो गया था। इसके बाद नोएडा प्राधिकरण ने फंडिंग पैटर्न में बदलाव का फैसला किया और परियोजना के लिए खुद ही पैसे देने का फैसला किया। लेकिन इसी बीच चुनाव आचार संहिता लग गई। ऐसे में प्राधिकरण फंडिंग पैटर्न का आदेश जारी नहीं कर सका। हालांकि सीईओ ने अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए इस परियोजना के लिए कुछ फंड रिलीज कराया और अब काम चल रहा है, लेकिन काम की प्रगति काफी धीमी है। इसका काम पहले सितंबर 2023 तक पूरा कराना था, लेकिन तय तिथि तक काम पूरा नहीं हो पाया। इसके बाद इसकी डेडलाइन मार्च 2024 तक बढ़ाई गई, लेकिन यह डेडलाइन भी फेल हो गई। अब बताया जा रहा है कि इसकी नई डेडलाइन दिसंबर 2024 तक तय की गई है। अभी परियोजना के साइट पर बैंक्वेट हॉल का काम चल रहा है, जोकि आधा अधूरा बना है। इसके अलावा क्लब बिल्डिंग और अन्य काम किए जा रहे हैं।

परियोजना में देरी की एक और बड़ी वजह जमीन अधिग्रहण रहा। यहां के किसान प्राधिकरण को जमीन देने से कतराते रहे। इस वजह से परियोजना का काम प्रभावित हुआ। इसके अलावा पैसे का भुगतान नहीं होने की वजह से बार ठेकेदार ने काम करने से मना कर दिया था। हालांकि अब कुछ भुगतान हुआ है।

440434 वर्गमीटर क्षेत्रफल में तैयार हो रहे गोल्फ कोर्स में बैंक्वेट हॉल, क्लब हाउस, रेस्तरां, स्विमिंग पूल आदि का निर्माण हो रहा है। यहां करीब एक हजार लोगों की क्षमता का बैंक्वेट हॉल तैयार किया जा रहा है। दीवार का काम पूरा नहीं होने से पहले किया गया काम भी खराब हो रहा है। इस वजह से ग्राउंड का काम दोबारा करना पड़ेगा। इसके अलावा सौंदर्यीकरण के काम भी बाकी हैं।