Noida News : पति से तलाक लेने के लिए न्यायालय में केस दायर करने वाली महिला ने पति और बैंककर्मियों के खिलाफ थाना सेक्टर-63 में मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि उनके पति ने बैंक कर्मियों के साथ मिलकर उनके फर्जी हस्ताक्षर करके दिल्ली स्थित संपत्ति पर 41 लाख रुपये का लोन ले लिया। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
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थाना सेक्टर 63 के प्रभारी निरीक्षक अवधेश प्रताप सिंह ने बताया कि जनपद इटावा के गांव खुदायगंज निवासी कृष्णा सिंह ने न्यायालय में दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि उनकी शादी वर्ष 2008 में गाजियाबाद के इंद्रापुरम निवासी कुलभूषण सिंह के साथ हुई थी। वह सात जून 2022 से अलग रह रही हैं। पीड़िता ने पति से अलग होने के लिए कोर्ट में तलाक का मुकदमा भी दायर कर रखा है। पीड़िता ने बताया कि शादी के बाद से उन्हें पति द्वारा तरह-तरह से प्रताड़ित किया और मारपीट की गई। मायके से रुपये मंगाए जाते और संपत्ति खरीदने के लिए कहते थे। पीड़िता का कहना है कि मायके से मंगवाए रुपये से दिल्ली के मयूर विहार फेज-तीन स्थित कोंडली में एक फ्लैट खरीदने के लिए संयुक्त रूप से आठ नवंबर 2017 में आईडीबीआई बैंक से 42 लाख रुपये का लोन लिया गया। दावा है कि बैंक की राशि लगभग जमा कर दी गई और जून 2022 में 12 लाख 70 हजार रुपये लगभग लोन के बचे थे। पीड़िता को अब बैंक से सूचना प्राप्त हुई है कि उस संपत्ति पर 41 लाख रुपये का टपअप लोन आईडीबीआई बैंक की शाखा सेक्टर-63 से कराकर प्राप्त किया गया है। यह रकम जमा नहीं कराई जा रही है। पीड़िता का कहना है कि उन्होंने जब बैंक की शाखा में पहुंचकर जानकारी की तो शाखा प्रबंधक ने उनके पति की साजिश होने के कारण कोई जानकारी नहीं दी गई और बैंक से भगा दिया। लगातार कोशिश करने पर पीड़िता को पता चला कि उनके पति ने साजिश के तहत बैंक कर्मचारियों से साथ मिलकर फर्जी हस्ताक्षर करके पीड़िता के नाम पर 41 लाख रुपये का टाॅपअप लोन प्राप्त कर लिया। पीड़िता का कहना है कि उनके पति और बैंक के कर्मचारियों ने मिलकर यह अपराध किया है। थाना प्रभारी का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।