Noida News : बिजली के आधुनिककरण के लिए केन्द्र सरकार से मिलेंगे 1600 करोड़, फोनरवा व पीवीवीएनएल की हुई बैठक
Noida News : नोएडा शहर में बिजली से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए शनिवार को फैडरेशन ऑफ नोएडा रेसिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (फोनरवा) के बैनरतले विभिन्न आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की।
बैठक में बिजली से संबंधित सेक्टरवासियों की समस्याएं सुनने के लिए पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (पीवीवीएनएल) की प्रबंध निदेशक ईशा दुहान के साथ विभाग के निदेशक संजय जैन, निदेशक तकनीकी एनके मिश्रा, मुख्य अभियंता ट्रांसमिशन सत्येंद्र सिंह, हरीश बंसल राजेश सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान 80 से अधिक आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी तथा सेक्टरों के पदाधिकारियों की शिकायत थी कि उनके यहां ट्रांसफार्मरों, लाइनों, जंग खाए हुए खंभों, बेकार फीडर जंक्शन व पैनल बॉक्स, मीटर बॉक्स आदि की हालत काफी खराब है। इसके साथ-साथ समयानुसार पेड़ों की छंटाई ना होना तथा ट्रांसफार्मर के ऊपर अधिक लोड होना, बार-बार बिजली का जाना, ट्रांसफार्मर में ऐसीबी इक्विपमेंट न लगने से पूरे सेक्टर की बिजली बंद होना सहित कई अन्य समस्याओं से बिजली विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया।
फोनरवा अध्यक्ष योगेन्द्र शर्मा ने बताया कि नोएडा शहर में बिजली की समस्या लगातार बढ़ रही है अतः बिजली आपूर्ति में सुधार के लिए प्रभावी उपाय सुनिश्चित करने की तत्काल आवश्यकता है।
फोनरवा महासचिव केके जैन ने कहा कि वित्तीय वर्ष 23-24 में नोएडा में बिजली व्यवस्था के सुधार के लिए 122.75 करोड़ रुपए का फंड आवंटित किया गया था और सभी सुधार के कार्य मार्च 2024 में पूरे किए जाने थे। अभी तक यह कार्य पूरे नहीं हुए हैं। जिसके कारण नोएडा के निवासियों को गर्मी और बरसात के मौसम में बिजली की समस्याओं से जूझना पड़ा।
नोएडा शहर की बिजली से संबंधित समस्याएं सुनने के बाद प्रबंध निदेशक ईशा दुहान ने कहा कि वित्तीय वर्ष 23-24 में 122.75 करोड़ रुपए बिजली व्यवस्था के सुधार के लिए दिए गए थे। जिसमें से लगभग 81 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है और बाकी कार्य अगले महीने में पूरे कर लिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए 124.9 करोड रुपए आवंटित किए गए हैं इसके अंतर्गत जंग खाए हुए खंभों, बेकार फीडर जंक्शन व पैनल बॉक्स, मीटर बॉक्स, केबल बदलना आदि को समयबद्ध तरीके से कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पेड़ों की छंटाई के लिए दो हाइड्रोलिक मशीन खरीदी जाएगी। प्रबंध निदेशक ने कहा कि भारत सरकार द्वारा नोएडा में बिजली के आधुनिककरण के लिए लगभग 1600 करोड़ मिलने की संभावना है। इसके तहत अत्याधुनिक तकनीकों, उपकरणों और नियंत्रणों के उपयोग के माध्यम से स्मार्ट और अधिक लचीला व विश्वसनीय बिजली देने के साथ-साथ बिजली कटौती की समस्या ना के बराबर रह जायेगी। बैठक के दौरान प्रबंध निदेशक ने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि निवासियों को गुणवत्तापूर्ण अनवरत विद्युत आपूर्ति मिले, लोगों को ट्रिपिंग का सामना न करना पड़े, विद्युत व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण पर तत्परता से कार्य किया जाए। उपभोक्ताओं को समस्याओं के समाधान के लिए किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो, उपभोक्ताओं की संतुष्टि ही हमारे कार्यों का पैमाना है। लोगों को समय से विद्युत कनेक्शन दिया जाए और विद्युत बिल समय से उपलब्ध कराया जाए। जिन सेक्टर मे लो-वोल्टेज, ओवरलोडिंग आदि की समस्या है, वहां पर ट्रांसफार्मर की क्षमता में वृद्धि की जाए।