Noida News : ठग गिरोह के सरगना की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश जारी
Noida News : देश-विदेश के नामी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में संचालित कोर्स में दाखिला दिलाने के नाम पर छात्रों के साथ करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के सरगना सोनू कुमार उर्फ रणवीर सिंह का पता अभी तक नहीं लग पाया है। पुलिस की दो टीमें पुणे और पटना समेत अन्य संभावित ठिकानों पर उसकी तलाश में दबिश दे रही हैं।
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पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जिस समय नोएडा में सोनू के साथी पुलिस के हत्थे चढ़े थे उस समय वह पुणे में था। साथियों की गिरफ्तारी की सूचना जैसे ही सोनू को मिली मोबाइल बंद कर वह पुणे से फरार हो गया। उसकी अंतिम लोकेशन गोवा में मिली है। गिरोह में शामिल युवतियों के परिजनों का कहना है कि उन्हें नहीं पता था उनकी बेटियां नोएडा में ठग गिरोह की सदस्य हैं। पुलिस आरोपियों के पास से बरामद मोबाइल और लैपटॉप को जांच के लिए अगले सप्ताह लैब भेजेगी। आरोपियों की निशानदेही से बरामद लैपटॉप और मोबाइल में ठगी से संबंधित कई अहम जानकारी मिलने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने ठगी के शिकार हुए छात्रों से संपर्क करना शुरू कर दिया है। सोमवार को एक सूचना के आधार पर सेक्टर-113 पुलिस ने सेक्टर-62 के एक टॉवर में चल रहे कार्यालय पर छापा मारकर दो युवतियों समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आरोपी 12वीं पास छात्रों को मनचाहे कॉलेज और विश्वविद्यालय में दाखिला दिलाने के नाम पर ठगी कर रहे थे। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने पांच करोड़ छह लाख 50 हजार रुपये के 61चेक, ठगी में इस्तेमाल कार, तीन लाख 90 हजार रुपये नकद, दो लैपटॉप, 16 मोबाइल और स्वयं लिखित डायरी समेत अन्य सामान बरामद किया था।
ऐसे छात्रों को बनाते थे निशाना:
पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला था कि आरोपी सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म के माध्यम से भारत और विदेशों में स्थित नामी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में छात्र-छात्राओं का दाखिला कराने के नाम पर संपर्क करते थे। दाखिला कराने के नाम पर छात्रों से छह से दस लाख रुपये तक लिए जाते थे। इनके निशाने पर मुख्यत: सीधे-साधे वे लोग होते थे जो अपने बच्चों को हर हाल में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करवाना चाहते थे। आरोपी उन छात्रों से संपर्क करते थे, जिन्होंने मेडिकल और इंजीनियरिंग में दाखिले के लिए एग्जाम दिया था और रैंकिंग कम होने की वजह से उनका दाखिला होना संभव नहीं था
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