Noida News : शेयर बाजार में निवेश का झांसा देकर बुजुर्ग से सात करोड़ 66 लाख रुपये की ठगी करने के मामले में साइबर अपराध थाना पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने साइबर अपराधियों के 11 बैंक खातों को फ्रीज कराते हुए उनमें जमा एक करोड़ दो लाख रुपये फ्रीज कराए हैं। जालसाजों ने पश्चिम बंगाल के बैंक खातों में रकम ट्रांसफर कराई थी।
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सेक्टर-77 स्थित अंतरिक्ष फोरेस्ट सोसाइटी में रहने वाले सृजन ढरिया ने 26 नवंबर को साइबर अपराध थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि एक अक्तूबर को उनके पिता दीपचंद्र के व्हाट्स ऐप पर एक मैसेज आया। मैसेज करने वाले ने उन्हें फ्रैंकलिन टेम्पलटान असेट मैनेजमेंट कंपनी के नाम से जानकारी दी। उन्हें बताया कि उनकी कंपनी विश्वसनीय है और वह शेयर बाजार में निवेश करने पर मोटा मुनाफा दिलाती है। इसके बाद उन्हें व्हाट्स ऐप ग्रुप पर जोड़ लिया। ग्रुप पर कुल 73 लोग जुड़े थे। कुछ लोगों की डीपी पर पुलिस वर्दी में फोटो लगे थे। शुरुआत में कुछ दिन प्रशिक्षण दिया। इसके बाद ग्रुप में सभी लोग ट्रेडिंग करने लगे। इसी क्रम में शिकायतकर्ता के पिता ने भी ट्रेडिंग शुरू कर दी। शेयर बाजार में निवेश की जानकारी ग्रुप पर दिखाई देती थी। 15 अक्तूबर से 21 नवंबर के बीच उनके पिता ने सात करोड़ 66 लाख रुपये विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिए। 21 नवंबर को कंपनी की मेंटर मीरा दत्त ने मैसेज करके बताया कि उनका ट्रेडिंग सत्र समाप्त हो गया है। इसलिए कंपनी का कमीशन तीन करोड़ रुपये है। उसे जमा करके वह 23 करोड़ रुपये के फंड निकालकर उनके खाते में भेजे जा सकते हैं। तीन करोड़ रुपये ट्रांसफर कराने के लिए आरोपियों ने उनके पिता पर दवाब बनाया। इस पर पीड़ित को संदेह होने लगा। इसके बाद पीड़ित ने गृह मंत्रालय के पोर्टल एनसीआरपी पर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद 1930 पर कॉल करके शिकायत दर्ज कराई। साइबर अपराध थाना प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार गौतम ने बताया कि सूचना मिलने के बाद तत्काल कार्रवाई करते हुए 11 बैंक खातों को फ्रीज कराया गया। उनमें जमा एक करोड़ दो लाख रुपये फ्री कराए गए। सभी बैंक खाते पश्चिम बंगाल के हैं। इनमें जमा रकम को वापस दिलाए जाने का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही जालसाजों ने जिन खातों में रकम ट्रांसफर की है, उन्हें चिह्नित कर उनमें जमा रकम को फ्रीज कराने पर काम चल रहा है।