Noida News : नोएडा में नवनिर्मित मेदांता अस्पताल का मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन
Noida News : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज शाम को नोएडा के सेक्टर 50 में नवनिर्मित मेदांता अस्पताल का विधिवत उद्घाटन किया। इस अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज से 10 वर्ष पहले अगर कोई गरीब व्यक्ति बीमार हो जाता था तो उसकी गंभीर बीमारियों का उपचार करवाना काफी मुश्किल होता था। उसके पास उपचार करवाने का सामर्थ्य नहीं होता था। वह अपनी संपत्ति बेचता था। घर की महिलाओं के जेवर को गिरवी रखता था। फिर वह उपचार करवाता था। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों के पास सिफारिश आती थी कि आप हमारा उपचार करवा दीजिए। हम लोग प्रयास करते थे। पत्र भी लिखते थे। उन्होंने कहा कि पिछले 6-7 वर्षों में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आज देश के अंदर 50 करोड लोगों को 5 लाख रुपए सरकार की तरफ से खर्च किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में हमने इसके दायरे को बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि जो तबका आयुष्मान कार्ड से वंचित था लेकिन वह निडी था, हमने उसको भी राज्य की ओर से इस सुविधा से जोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष से भी हम लोगों ने बीमारों को उपचार देना शुरू किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष से हमने एक वर्ष में 1300 करोड रुपए स्वास्थ्य सुविधा के लिए गरीब लोगों को उपलब्ध करवाया है।
उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने हर व्यक्ति को यह गारंटी दी है कि गरीब से गरीब व्यक्ति भी बड़े अस्पताल में उपचार करवा सकता है। उन्होंने कहा कि मेदांता का उत्तर प्रदेश में यह दूसरा हॉस्पिटल है। इसके लिए डॉक्टर नरेश त्रेहान और उनकी पूरी मेंदांता परिवार को हृदय से धन्यवाद देता हूं। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश ने पिछले 8 वर्षों में स्वास्थ्य के क्षेत्र मे एक बेहतर कदम बढ़ाया है।उन्होने कहा कि आज से पहले उत्तर प्रदेश की पहचान वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया से होती थी। उन्होंने कहा कि आज हमने पुरानी पहचान को मिटाते हुए वन जिला वन मेडिकल कॉलेज के नाम से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में हर जिले में मेडिकल कॉलेज है। उत्तर प्रदेश के हर जनपद में अच्छे-अच्छे अस्पताल खोले गए हैं।
Chief Minister of Uttar Pradesh : मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अस्पताल चलाने वाले लोगों के लिए एक अच्छा माहौल तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि संविधान के नियमों में संशोधन कर सरल नियम बनाकर अस्पतालों के नक्शा पास किए गए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में लगभग 10 करोड लोगों को आयुष्मान भारत या मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत जोड़ा गया है। मुख्यमंत्री ने पूर्वी उत्तर प्रदेश मे दिमागी बुखार का जिक्र करते हुए कहा कि मैंने शासन को अलग-अलग विभागों के लिए टीम बनाकर स्वास्थ्य विभाग को उसका नोडल बनाकर एक साथ अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि 40 वर्ष में दिमागी बुखार से 50 हजार रुपए से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी थी। उन्होंने कहा कि 2017 से मात्र 2 वर्ष के अंदर पूरी तरह बीमारी नियंत्रित है। आज कोई भी व्यक्ति दिमागी बुखार की वजह से मौत के गाल मे नही समा रहा है। उन्होंने कहा की बीमारी का उपचार अच्छी बात है, लेकिन उससे अच्छी बात यह होगी कि हम बीमारी से बचाव का मार्ग लोगों को बता सके। उन्होंने कहा कि जब बीमारी की बचाव के लिए एक योग्य डॉक्टर लोगो को बताएगा तब बहुत सारे लोगों को बचाने में एक बड़ी मदद होगी। उन्होंने कहा कि यह मानवता पर एक बड़ा उपकार होगा। उन्होंने कहा कि हमें बीमारी की इलाज करने से पहले बीमारी को रोकने पर विचार करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने मेदांता ग्रुप को पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर या बनारस में नया अस्पताल खोलने के लिए भी मंच से आमंत्रित किया। अस्पताल के उद्घाटन से पूर्व मुख्यमंत्री गाजियाबाद में एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सीधे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे। उन्होंने एयरपोर्ट के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को जल्द से जल्द अधूरे काम को पूरा करने का निर्देश दिया।

