Noida News : फोर्टिस अस्पताल  के बाथरूम में मिला स्वास्थ्य कर्मी का शव, परिजनों ने किया हंगामा

Apr 16, 2025 - 09:55
Noida  News : फोर्टिस अस्पताल  के बाथरूम में मिला स्वास्थ्य कर्मी का शव, परिजनों ने किया हंगामा
Fortis Hospital Noida
Noida News :  नोएडा के सेक्टर-62 स्थित फोर्टिस अस्पताल के शौचालय में रेडियोलॉजिस्ट असिस्टेंट की मंगलवार को संदिग्ध परिस्थितियों मौत हो गई। परिजन ने हत्या की आशंका जताते हुए हंगामा किया। थाना सेक्टर-58 पुलिस ने शव पोस्टमार्टम को भेज दिया है।
Noida News :
पुलिस आयुक्त श्रीमती लक्ष्मी सिंह के मीडिया प्रभारी ने बताया कि जनपद गाजियाबाद के विजय नगर निवासी 28 वर्षीय संजीव कुमार नोएडा के सेक्टर 62 स्थित फोर्टिस अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट के रूप में काम करते थे। सोमवार रात वह अस्पताल आए थे। मंगलवार सुबह आठ बजे तक उनकी ड्यूटी थी। सुबह करीब छह-सात बजे वह अस्पताल के शौचालय में गए। काफी देर तक जब वह शौचालय से बाहर नहीं आए तो वहां तैनात कर्मचारियों ने सुबह करीब 9.15 बजे किसी तरह दरवाजा खोला। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक, संजीव शौचालय में अचेत पड़े हुए थे। उन्हें फौरन ही उपचार के लिए ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने सुबह 9 बजकर 40 मिनट पर उनको मृत घोषित कर दिया गया। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक संजीव की ड्यूटी सुबह आठ बजे ही समाप्त हो गई थी। जिसके चलते अंदाजा लगाया जा रहा है कि संजीव सुबह छह या सात बजे शौचालय गए और वहां पैर फिसलकर गिर गए और कुछ देर में ही मौत हो गई। डीसीपी रामबदन सिंह के मुताबिक मंगलवार दोपहर करीब डेढ़ बजे सूचना मिली थी। जिसके बाद थाना सेक्टर-58 पुलिस फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची। घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि एक पैनल के माध्यम से शव का पोस्टमार्टम करवाया गया है। मौत के कारण का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने  के बाद ही चलेगा। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के मुताबिक, संजीव सोमवार रात अस्पताल आए थे। वहां लगे सीसीटीवी कैमरों को चेक करने पर सामने आया है कि वह सुबह करीब छह बजे शौचालय की तरफ जा रहे हैं। इसे बाद वह बाहर नहीं आए। कुछ देर बाद उनके कुछ परिचित ने कॉल किया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई। सुबह करीब 9.30 बजे दूसरी शिफ्ट के लोग आए तो बाथरूम में बज रही मोबाइल की घंटी सुनकर उन्हें इस बारे में जानकारी हुई। जिसके बाद गेट को खोला गया तो संजीव अंदर बेहोश मिले।मृतक संजीव के भाई संदीप ने इस मामले में अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाए हैं। संदीप ने बताया कि वह पांच भाई और एक बहन हैं। संजीव दूसरे नंबर पर थे। उनका आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने पहले तो उन्हें सही जानकारी नहीं दी। परिवार के लोगों को कॉल कर करीब सवा 10 बजे तबीयत खराब होने की जानकारी दी गई। उसकी मौत होने के बाद काफी देरी से जानकारी दी गई। साथ ही उन्हें शव भी दोपहर दो बजे के बाद देखने को मिला। संदीप के मुताबिक, संजीव ने उन्हें बताया कि था कि स्टाफ के कुछ लोग उन्हें परेशान करते थे। उन्होंने दो लोगों पर संदेह जताया है। संजीव के पिता भगवानदास ने हत्या का अंदेशा जताया है।
इस मामले में फॉर्टिस अस्पताल प्रबंधन की ओर से बयान जारी किया गया है। प्रबंधन का कहना है कि संजीव एक कंपनी के माध्यम से उनके अस्पताल में संविदा कर्मचारी थे। सुबह आठ बजे उनकी ड्यूटी पूरी हो गई थी। प्रॉटोकॉल का पालन करने के लिए शव पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। अस्पताल की तरफ से बताया गया है कि इसमें जांच एजेंसियों का सहयोग किया जा रहा है। इस कठिन समय में परिवार के सदस्यों के प्रति उनकी गहरी संवेदनाएं हैं।