NOIDA NEWS : साइबर ठगों ने शेयर बाजार में निवेश के बहाने एक व्यक्ति से 64 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित को पहले फर्जी ट्रेनिंग दी गई। फिर 50 हजार रुपये निवेश कराए गए। जिसका मुनाफा 8 हजार रुपये बना और ठगों ने अगले दिन पीड़ित के खाते में ट्रांसफर कर दिए। झांसे में आने के बाद पीड़ित ने कई बार में 64 लाख रुपये निवेश कर दिया। जब पीड़ित ने मुनाफे की रकम निकालने की कोशिश तो ठगों ने टैक्स जमा करने की जानकारी दी। पीड़ित ने रुपये नहीं होने की बात कही और अपनी रकम की मांगी तो उसे घर आकर मारने की धमकी दी गई। तब जाकर उसे ठगी का पता चला और उसने साइबर पोर्टल पर शिकायत की है। इस मामले में साइबर थाने की पुलिस केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
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साइबर क्राइम थाने के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पुलिस को सेक्टर 22 में रहने वाले गौरव मोहन ने बताया कि 31 जनवरी एक व्यक्ति ने वाट्सऐप कॉल किया और अपना नाम डॉ विवेक बताया। उन्होंने शेयर बाजार ट्रेडिंग विशेषज्ञ के रूप में पहचान बताई और दावा किया वह सेबी में रजिस्टर्ड निवेशक है। पीड़ित उसके बातों में आ गए और जालसाज के बताई जानकारी सीखने लगे। करीब दो दिन तक पीड़ित को फर्जी ट्रेनिंग दी गई। इसके बाद पहली किस्त में 50 हजार रुपये निवेश करने के लिए राजी किया। जिसका अगले दिन 8 हजार रुपये के मुनाफे के साथ मूल धन वापस कर दिया। अब पीड़ित को उन पर भरोसा हो गया और निवेश करने के लिए उनकी रणनीति अपनाई। ठगों ने कहा कि जितने रुपये निवेश करोगे उसका दोगुना मुनाफा मिलेगा और मूलधन भी वापस कर दिया जाएगा। साथ ही कोई चार्ज भी नहीं लगेगा। फिर झांसे में आने के बाद पीड़ित कई बार में 64 लाख 30 हजार ठगों को खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद पीड़ित ने 24 फरवरी को जब निवेश की रकम की मांग की तो उन लोगों ने और रुपये जमा करने के लिए दबाव डाला। पूछताछ में जालसाजों ने बताया कि टैक्स के साथ में अन्य रुपये देने के आवश्यकता है। तभी मुनाफे की रकम मिल पाएगी। तब तक पीड़ित को ठगी की जानकारी हो गई और उन्होंने रुपये को वापस पाने के लिए कई प्रयास किए लेकिन जालसाजों ने बार-बार अनुरोधों को नजरअंदाज कर दिया। बार-बार मैसेज और कॉल करने पर उन लोगों ने पीड़ित को धमकियां दी गई। साथ ही कहा कि और रुपये भुगतानों के लिए उनकी मांगों का पालन करने में नहीं करोगे तो वे लोग घर तक पहुंच जाएंगे। फिर पीड़ित ने 20 मार्च को साइबर पोर्टल पर शिकायत की। इस मामले में साइबर थाने की पुलिस केस दर्ज कर रकम ट्रांसफर हुए खातों के आधार पर जांच में लग गई है।