Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा 2 पुलिस ने हाथरस भूमि घोटाले में बड़ी कार्रवाई करते हुए हिमालय इन्फ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के निदेशक को गिरफ्तार किया है। आरोपी यमुना प्राधिकरण के तत्कालीन एक अधिकारी का साला बताया जा रहा है। गिरफ्तारी की पुष्टि एडीजे महेंद्र सिंह ने की पुष्टि है। इस मामले में यमुना प्राधिकरण के तत्कालीन मुख्य कार्यपालक अधिकारी पीसी गुप्ता समेत 29 पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। मामले की विवेचना नोएडा जोन के एसीपी प्रथम प्रवीण कुमार सिंह द्वारा की जा रही है। पुलिस इस मामले में दो तहसीलदार समेत 12 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र भी दाखिल कर चुकी है। चर्चा है कि इस मामले कई अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी होगी।
जानकारी के अनुसार हाथरस में यीडा ने वर्ष 2011-12 में करीब 42 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया था। इसके बदले किसानों को सात प्रतिशत विकसित भूखंड देने का प्रविधान था। इसके लिए प्राधिकरण को पांच हेक्टेयर जमीन की जरूरत थी, लेकिन वर्ष 2014 में अधिकारियों ने कुछ लोगों से मिलीभगत कर हाथरस जिले के मिधावली गांव में जरूरत से अधिक 14.4896 हेक्टेयर जमीन खरीद ली। यह जमीन पहले फेज के मास्टर प्लान से बाहर थी। उस समय इस जमीन को खरीदने में 16,15,28,032 रुपये खर्च हुए। इस पर 7.77 करोड़ रुपये ब्याज देना पड़ा था। दोनों को जोड़कर 23,92,41,724 रुपये का नुकसान हुआ था।
बताया जा रहा है कि एक शिकायत पर हुई जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि यह सब जानबूझकर और गिरोह बनाकर किया गया। जमीन खरीद के इस गिरोह में शामिल दिल्ली, बुलंदशहर, आगरा, गाजियाबाद आदि जगह से जुड़े लोगों ने पहले किसानों से सस्ती दर पर जमीन खरीदी। इसके तुरंत बाद यीडा ने उसे खरीद लिया, जबकि इन जमीनों पर अब तक प्राधिकरण का कब्जा नहीं है और न ही इस पर कोई प्लान बन सका था। थाना बीटा दो में निरीक्षक गजेंद्र सिंह को शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच नोएडा जोन में एसीपी प्रथम द्वारा की जा रही है। एसीपी प्रवीण कुमार सिंह ने बताया मामले में हिमालय इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक विवेक कुमार जैन को गिरफ्तार किया गया है।