Noida News : बेरोजगारों से नौकरी के नाम पर ठगी में तथाकथित पत्रकार गिरफ्तार

Noida News : थाना सेक्टर-63 पुलिस ने एनसीआर क्षेत्र में पत्रकारिता की आड़ में बेरोजगार युवकों को नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले एक शातिर तथाकथित पत्रकार को गिरफ्तार किया है। इसके पास से पुलिस ने विभिन्न कंपनियों के फर्जी जॉइनिंग लेटर, मोहरे आदि बरामद किया है। अभियुक्त सोशल मीडिया पर फर्जी विज्ञापन कर विभिन्न नामी मोबाइल कंपनियों में नौकरी दिलानें के नाम पर धोखाधड़ी कर रहा था।
सेक्टर-71 स्थित एसीपी प्रथम सेंट्रल नोएडा कार्यालय पर आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस उपायुक्त जोन द्वितीय शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि थाना सेक्टर-63 में एक युवक योगेन्द्र द्वारा पुलिस को सूचना दी गई थी कि वसीम अहमद उर्फ रविन्द्र शर्मा उर्फ कपिल त्यागी नामक व्यक्ति द्वारा अपना नाम बदलकर सेक्टर-81 नोएडा में अपना ऑफिस खोलकर नौकरी दिलाने के नाम मुझसे धोखाधड़ी की है।
उन्होंने बताया कि इस मामले में थाना पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस व गोपनीय सूचना की सहायता से सोशल मीडिया पर फर्जी विज्ञापन कर विभिन्न कंपनियों में नौकरी दिलानें के नाम पर धोखाधड़ी करने वाला अभियुक्त व तथाकथित पत्रकार वसीम अहमद उर्फ रविन्द्र शर्मा उर्फ कपिल भाटी उर्फ पीयूष भाटी उर्फ रोहित कुमार उर्फ रोहित चन्देला उर्फ राहुल भाटी पुत्र नासिर हुसैन को बहलोलपुर गोल चक्कर के पास से गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि अभियुक्त के कब्जे से 240 विजिटिंग कार्ड, 85 इंटरव्यू फॉर्म, 2 बुकलेट (जॉब से संबंधित), 20 ट्रैनिंग लेटर, 2 जॉइनिंग लेटर, 1 माईक आईडी, ऑफिस के नाम के पम्पलेट, 1 मुहर, घटना में प्रयुक्त 2 मोबाइल फोन, 840 रूपये व सीजशुदा कार वैगनार बरामद की गयी है।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि पूछताछ के दौरान ज्ञात हुआ कि अभियुक्त वसीम अहमद द्वारा करीब 6 माह से सेक्टर-81 में अपना ऑफिस खोलकर बेरोजगार युवाओं को विभिन्न मोबाइल कंपनियों में नौकरी दिलानें के नाम पर रुपए लेकर ठगा जाता था।
अभियुक्त द्वारा अपने यू-ट्यूब चैनल- टुडे जाॅब्स नोएडा पर विज्ञापन किया जाता था, जिससे बेरोजगार युवा विज्ञापन देखकर विभिन्न राज्यों से नौकरी की तलाश में सेक्टर-81 में स्थित ऑफिस में आते थे।
अभियुक्त द्वारा बेराजगार युवाओं से रजिस्ट्रेशन व फाइल चार्ज के रुप में धन अर्जित किया जाता था फिर उनका फर्जी इंटरव्यू लेकर फर्जी नियुक्त पत्र प्रदान कर उन्हें विभिन्न मोबाइल कंपनियों में भेज दिया जाता था। युवाओं द्वारा वहां पर नौकरी न मिलने के बाद अभियुक्त को फोन लगाया जाता था तो अभियुक्त द्वारा फोन बंद कर लिया जाता था।
युवक जब ऑफिस जाकर रुपये वापस की मांग की जाती तो अभियुक्त द्वारा बहाना बनाकर टाल देता था एवं अपने आपको पत्रकार बताकर डराकर भगा देता था क्योंकि अभियुक्त द्वारा नौकरी दिलाने को लेकर कोई एग्रीमेंट तैयार नहीं किया जाता था।
उन्होंने बताया कि अभियुक्त वसीम अहमद पत्रकार होने का धौंस दिखाकर व अपना नाम बदल-बदलकर अभी तक करीब 150 लोगों के साथ धोखाधड़ी की जा चुकी है। इसी तरह अभियुक्त द्वारा एक युवक योगेन्द्र को भी नौकरी दिलाने के नाम पर रजिस्ट्रेशन फीस 100 रुपये व फाइल चार्ज 1500 रुपये लिये थे व वापस रुपये मांगने पर गाली-गलौज व धमकी दी थी।
अभियुक्त वसीम अहमद वर्ष 2024 में भी धोखाधड़ी के प्रकरण में थाना सेक्टर-49 से जेल जा चुका है। अभियुक्त के ऑफिस में 2 युवतियां कार्यरत है, जिन्हें अभियुक्त द्वारा 12-12 हजार रुपये प्रतिमाह सैलरी दी जाती है। उन्होंने बताया कि इसके अन्य साथियों की पुलिस तलाश कर रही है।