Noida News : मिशन प्रतिभाग में महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करेगी पुलिस

Apr 9, 2024 - 11:24
Noida News : मिशन प्रतिभाग में महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करेगी पुलिस
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Noida News : महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए नवरात्रि के मौके पर कमिश्नरेट पुलिस कई स्वंयसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर मलिन बस्तियों में मिशन प्रतिभाग 2.0 अभियान चलाने जा रही है। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जनपद की दस स्लम एरिया के 20 लोकेशन पर कार्यक्रम चलाया जाएगा। इसमें कामकाजी और नौकरीपेशा महिलाओं और युवतियों को शामिल किया जाएगा। नवरात्रि से प्रारंभ होने वाला अभियान मई माह के अंतिम सप्ताह तक चलेगा। धीरे-धीरे इसका दायरा बढ़ाया जाएगा। कई स्कूलों से भी इसके लिए संपर्क किया गया है ताकि वहां पढ़ने वाली छात्राओं को भी महिला अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा सके। 

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नवरात्रि के दौरान शहर के दस स्लम एरिया में चलेगा अभियान


अपर पुलिस उपायुक्त महिला सुरक्षा प्रीति यादव ने बताया कि मिशन प्रतिभाग अभियान में छठी से 12वीं तक के बच्चों को भी शामिल किया जाएगा। उन्हें बाल विवाह, पॉक्सो एक्ट, सीपीआर की ट्रेनिंग, नेचुरल हाईजीन, बाल श्रम और महिला संबंधी अपराध समेत अन्य चीजों के बारे में जानकारी दी जाएगी। छात्राओं और महिलाओं को बताया जाएगा कि अगर उनका घर, ऑफिस या सोशल मीडिया पर शोषण हो रहा है तो वह कैसे आवाज उठा सकती हैं। कहां से और कैसे उनतक सहायता पहुंचेगी। कमिश्नरेट पुलिस की महिला इकाई ने अभियान के तहत 18 हजार महिलाओं और बच्चों को जागरूक करने का लक्ष्य रखा है। कार्यक्रम में एडिशनल डीसीपी महिला सुरक्षा प्रीति यादव और एसीपी सौम्या सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे। इसकी मॉनिटरिंग पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह द्वारा की जाएगी। अभियान के तहत बच्चों और महिलाओं को सभी तरह के हेल्पलाइन नंबर की जानकारी भी उपलब्ध कराई जाएगी। 

बाल श्रम, सीपीआर की ट्रनिंग और पॉक्सो के बारे में दी जाएगी जानकारी 


एडिशनल डीसीपी महिला सुरक्षा ने बताया कि नोएडा जैसे शहर में किशोरियों के घर छोड़कर भागने के मामले सबसे ज्यादा आते हैं। ऐसे में किशोरियों के लिए विशेष अभियान इस बार चलाया जाएगा। उन्हें बताया जाएगा कि शादी की सही उम्र क्या है। शिक्षा और इसके फायदों के बारे में भी किशोरियों को जानकारी दी जाएगी। किशोरियों की शिक्षा पूरी करवाने पर पुलिस का विशेष जोर रहेगा। घर छोड़कर जाने वाली ज्यादातर किशोरियां या तो पढ़ाई छोड़ चुकी होती हैं या फिर वह पढ़ाई करती ही नहीं हैं। स्लम एरिया में यह दिक्कत सबसे ज्यादा होती है। जिन गांवों और सेक्टरों में ऐसे मामले सबसे ज्यादा आते हैं वहीं पर अभियान चलाया जाएगा। 


एडीसीपी ने बताया हाइटेक शहर होने के बावजूद महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसे मामलों में कमी लाने के लिए ही मिशन प्रतिभाग शुरू किया जा रहा है। बच्चों और महिलाओं के साथ होने वाले अपराध की रोकथाम के लिए इसमें रूपरेखा तैयार की जाएगी। जागरूकता के माध्यम से ही इसमें कमी लाई जा सकती है। एक ग्रुप बनाकर महिलाओं,किशोरियों ओर बच्चों को उसमें जोड़ा जाएगा ताकि वह अपनी परेशानी आसानी से बिना किसी डर के बता सकें। जिनके साथ अपराध हो रहा है उनके परिजनों से भी संपर्क किया जाएगा। कार्यक्रम सार्वजनिक स्थानों पर आयोजित होंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसमें शामिल हो सकें।