Noida News : नोएडा में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता से पोस्टमार्टम हाउस में सड़ रही हैं लावारिस लाशें
Noida News : कंक्रीट और कीकर के जंगल के रूप में सुविख्यात नोएडा में पड़ रही प्रचंड गर्मी की वजह से जहां पर लोग पानी और छाया न मिलने की वजह से चलते-चलते सड़क पर गिरकर अकाल मौत के शिकार हो रहे हैं, वहीं जिला प्रशासन, प्राधिकरण और स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के चलते उन्हें अंतिम यात्रा के दौरान भी रौरव नर्क भोगना पड़ रहा है।
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आलम यह है कि पोस्टमार्टम हाउस के कमरों से लेकर गलियारों तक में लावारिस शव पड़े हुए हैं। शव खराब हो रहे हैं। उनमें से दुर्गंध उठने लगी हैं। जिम्मेदार अधिकारी शवों को बचाने के लिए बर्फ तक का भी इंतजाम नहीं कर रहे हैं। पोस्टमार्टम हाउस में डॉक्टर, पुलिस कर्मियों पर दबाव बना रहे हैं कि वह शवों के रखरखाव की व्यवस्था स्वयं करें, जबकि यह जिम्मेदारी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की है। बीते मंगलवार से बृहस्पतिवार तक करीब 80 शवों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है। इनमें से 22 की शिनाख्त नहीं हो पाई है। नियम के अनुसार लावारिस शव को 3 दिन तक रखा जाता है, उसके बाद ही उसका अंतिम संस्कार होता है। पोस्टमार्टम हाउस पर लगे 5 डीप फ्रीजर में से चार खराब हैं। एक में 4 शव रखने की व्यवस्था है। मीडिया में कई बार यह बात आने की बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग सुस्त पड़ा हुआ है, अभी तक ये डीप फ्रीजर ठीक नहीं हुए हैं। जिसकी वजह से शवों की बेकद्री हो रही है।
जब मीडिया ने इस बात को उठाया तो मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुनील कुमार शर्मा की नींद टूटी तथा वह बृहस्पतिवार की देर रात को पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे। उन्होंने कामन एरिया से शवों को हटाकर सफाई करवाई, हालांकि वहां से शवों को कहां ले जाया गया इसकी जानकारी नहीं दी गई है। आलम यह है कि सेक्टर-94 स्थित अंतिम निवास पर भी अंतिम संस्कार की गिनती बढ़ती जा रही है। कल देर शाम तक अंतिम संस्कार करने की प्रक्रिया जारी रही थी। वहां तैनात कर्मचारियों के अनुसार आम दिनों से तीन गुना ज्यादा शव अंतिम संस्कार के लिए आ रहे हैं।