Noida News : रिश्वत लेने के आरोप में एसीपी का कोर्ट मोहर्रिर और हिस्ट्रीशीटर बदमाश गिरफ्तार
Noida News : नोएडा के सहायक पुलिस आयुक्त के कोर्ट में तैनात कोर्ट मुंशी एक हिस्ट्रीशीटर बदमाश से रिश्वत ले रहा था, इसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इस मामले में मुकदमा दर्ज कर थाना फेस- वन पुलिस ने कोर्ट मोहर्रिर और हिस्ट्रीशीटर बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है। कोर्ट मुंशी को मेरठ स्थित एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि करप्शन पर जीरो टालरेंस की नीति आगे भी जारी रहेगी।
Noida News :
पुलिस आयुक्त श्रीमती लक्ष्मी सिंह ने बताया कि गुरुवार शाम को सोशल मीडिया के विविध प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें सादे कपड़े में एक पुलिसकर्मी एक व्यक्ति से पांच-पांच सौ के नोट लेते हुए दिखा। वीडियो सेक्टर 6 स्थित सहायक पुलिस आयुक्त के कोर्ट का बताया गया। वीडियो की जांच की गई तो मामला सच निकला और रिश्वत लेने वाले की पहचान हेड कांस्टेबल राहुल कुमार के रूप में हुई। सेक्टर-40 में रहने वाला राहुल वर्तमान में सहायक पुलिस आयुक्त /विशेष कार्यपालक मजिस्ट्रेट द्वितीय के सेक्टर 6 स्थित कार्यालय में कोर्ट मुंशी के पद पर तैनात है। शीर्ष अधिकारियों ने वीडियो का संज्ञान लेते हुए जब मामले की जांच शुरू की तो सामने आया कि गाजियाबाद के खोड़ा कालोनी के वंदना इनक्लेव निवासी विक्की हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ थाना फेस- वन समेत अन्य थानों में कई केस दर्ज है। उसके खिलाफ सेक्टर-24 पुलिस ने निरोधात्मक कार्रवाई की थी। इसके लिए इसे हर 14 दिन पर सेक्टर-6 स्थित कार्यपालक मजिस्ट्रेट के कार्यालय आना होता है। इस मामले में जमानत देने व तारीख लगाने के लिए विक्की दो हजार रुपये का रिश्वत कोर्ट मुंशी राहुल को दे रहा था। रिश्वत प्रकरण का जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है उसे विक्की ने ही बनाया था। उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में आते ही पुलिस आरोपी कोर्ट मुंशी राहुल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके बाद पुलिसकर्मी राहुल और हिस्ट्रीशीटर विक्की की शुक्रवार शाम को गिरफ्तारी किया गया है। आरोपी हेड कांस्टेबल राहुल को मेरठ स्थित एंटी करप्शन कोर्ट में पेश किया गया। जहां उसे उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
मोहर्रिर और बदमाश के बीच रिश्वत लेने का जो वीडियो वायरल हुआ उसकी शुरुआत में राहुल और हिस्ट्रीशीटर के बीच संवाद होता है। इसी बीच व्यक्ति 500-500 रुपये के नोट देता है। राहुल रिश्वत लेने के बाद रुपये गिनता और अपने मेज की आलमारी में रखता है फिर रजिस्टर में कच्ची पेंसिल से कुछ लिखता है। इसी बीच युवक कल नहीं आने के बारे में पूछता है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की नीति जारी है। विभाग में किसी तरह का भ्रष्ट्राचार बर्दाश्त नहीं होगा। अगर कोई भ्र्रष्टाचार में संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वालों पर भी सख्त कार्रवाई होगी।
इस प्रकरण में आरोपी हेड कांस्टेबल के खिलाफ फेज वन थाने में केस दर्ज हुआ उसके बाद गिरफ्तारी हुई। इस मामले में पुलिस की टीम विधिक राय ले रही है। अभी दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच के बाद कुछ अन्य धाराएं जोड़ी जा सकती है। इधर कमिश्नरेट पुलिस ने निलंबित हेड कांस्टेबल राहुल की विभागीय जांच शुरू कर दी है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसीपी प्रथम प्रवीण सिंह को इसकी जांच सौंपी है। इस मामले में एसीपी सभी कागजातों, वायरल वीडियो, सीसीटीवी आदि की समीक्षा कर रहे हैं। एसीपी ने शुक्रवार दोपहर बाद आरोपी हेड कांस्टेबल को पुलिस बल के साथ मेरठ कोर्ट में पेश किया।