Noida News : ओल्ड एज होम से 39 बुजुर्गों को किया गया रेस्क्यू, लाखों रुपए डोनेशन लेने के बाद इन्हें मिलता है दाखिला, कमरे में बंधक बनाकर रखा जाता था बुजुर्गों को

Jun 26, 2025 - 23:23
Noida News : ओल्ड एज होम से 39 बुजुर्गों को किया गया रेस्क्यू, लाखों रुपए डोनेशन लेने के बाद इन्हें मिलता है दाखिला, कमरे में बंधक बनाकर रखा जाता था बुजुर्गों को
ओल्ड एज होम से 39 बुजुर्गों को किया गया रेस्क्यू, कमरे में बंधक बनाकर रखा जाता था बुजुर्गों को
Noida News : ओल्ड एज होम से 39 बुजुर्गों को किया गया रेस्क्यू, लाखों रुपए डोनेशन लेने के बाद इन्हें मिलता है दाखिला, कमरे में बंधक बनाकर रखा जाता था बुजुर्गों को

Noida News : थाना सेक्टर 58 क्षेत्र के सेक्टर-55 ओल्डऐज होम पर गुरुवार को राज्य महिला आयोग , नोएडा पुलिस और समाज कल्याण विभाग, जिला प्रोबेशन कल्याण विभाग ने संयुक्त रूप से छापेमारी की। यहां से दयनीय हालत में 39 बुजुर्गो का रेस्क्यू किया गया। जिनको सरकारी ओल्ड ऐज होम में शिफ्ट किया जा रहा है। 

Old Age Home Noida News : राज्य महिला आयोग की सदस्य मीनाक्षी भराला ने बताया कि जिस समय रेड की गई एक बुजुर्ग महिला को बांध कर रखा गया था। पुरुषों को तहखाने जैसे कमरो में बंद किया गया था। देखकर ऐसा लग रहा था जैसे इनका जीवन किसी नर्क से भी बदतर था। मिनाक्षी भराला ने बताया कि इसी आल्ड ऐज होम का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें एक बुजुर्ग महिला के हाथ बांधकर उनको कमरे में रखा था। ये वीडियो समाज कल्याण विभाग लखनऊ के पास गया। वहां से वीडियो के अनुसार रेड कंडक्ट करने के निर्देश मिले। गोपनीय तरीके से टीम को एकत्रित किया गया और रेड कंडक्ट की गई। 

उन्होंने बताया कि जिस समय रेड कंडक्ट की गई बुजुर्ग महिला और पुरुष कमरों में बंद थे। तालों को खुलवाया गया। उस महिला का रेस्क्यू किया गया जिसके हाथ बंधे थेउसके हाथ खोले गए। पुरुषों के पास कपड़े तक नहीं थे। कई महिलाओं के शरीर पर भी आधे अधूरे कपड़े थे। जिनका रेस्क्यू किया गया। इन सभी को अब सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। इनको दो से तीन दिनों में सरकारी ओल्ड ऐज होम में शिफ्ट किया जाएगा। 

उन्होंने बताया कि बुजुर्गों को रखने के लिए ये लोग प्रति व्यक्ति से 2.5 लाख रुपए डोनेशन लेते है। इसके अलावा खाने, पीने और रहने के लिए छह हजार रुपए प्रतिमाह लिया जाता है। जब इनके परिजनों से बातचीत की गई तो उन्होंने सब ठीक है का हवाला दिया। इसमें कई ऐसे में लोगों के माता-पिता भी है जो नोएडा में रइस परिवारों में शामिल है। 

बुजुर्गों की देखभाल के लिए कोई भी स्टॉफ नहीं रखा गया था। वो खुद की अपना दैनिक प्रक्रिया कर रहे थे। कई बुजुर्गों के कपड़े तक मल मूत्र से सने मिले। जिनको बीमारी तक लग चुकी है। यहां एक महिला मिली। जिसने अपने को नर्स बताया। सख्ती से पूछताछ में उसने अपनी क्वालिफिकेशन 12वीं बताई।