Noida News : जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा करने वाले कुख्यात गैंगस्टर रणदीप भाटी के दो गुर्गे गिरफ्तार मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद यूपी एसटीएफ ने की जांच, कुछ आरोपी फरार ,तलाश में छापेमारी जारी

Jun 18, 2025 - 12:32
Noida News : जमीनों पर अवैध रूप से कब्जा करने वाले कुख्यात गैंगस्टर रणदीप भाटी के दो गुर्गे गिरफ्तार  मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद  यूपी एसटीएफ ने की जांच, कुछ आरोपी फरार ,तलाश में छापेमारी जारी
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Noida News : उत्तर प्रदेश विशेष कार्यालय (एसटीएफ) ( Uttar Pradesh STF ) की नोएडा यूनिट ( Noida Unit ) ने कुख्यात गैंगस्टर रणदीप भाटी गैंग के दो बदमाशों को बीती रात को गिरफ्तार किया है। इनके कुछ अन्य साथी फरार हैं। आरोप है कि ये लोग सीधे-साधे लोगों की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करते हैं।

Noida STF Police News : उत्तर प्रदेश एसटीएफ नोएडा यूनिट के एसपी राजकुमार मिश्रा ने बताया कि भरत लाल चौबे पुत्र के पी चौबे ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को एक प्रार्थना पत्र दिया था। जिस पर अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था उत्तर प्रदेश द्वारा एसटीएफ को जांच सौपी गई। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच कर रहे निरीक्षक सचिन कुमार ने बीती रात को इस मामले में सोनू पुत्र संजय मोमनाथल एवं वीरेंद्र पोसवाल पुत्र रघूबर पोसवाल को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि इन पर धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है। उन्होंने बताया कि पीड़ित ने आरोप लगाया था कि उन्होंने ग्राम मोमनाथल में वर्ष 2018 में अजब सिंह नागर से ग्राम से खसरा संख्या 313 से 200 वर्ग गज मीटर प्लाट खरीदा था। यहां पर उन्होंने दो दुकानें बनाई थी। कुछ माह पहले दोनों दुकानों का ताला तोड़कर भूपेंद्र, सोनू, वीरेंद्र पोसवाल द्वारा उन दुकानों में फैजान नाम के कबाड़ी को बैठा दिया गया। जांच में पाया गया कि अजब सिंह नागर द्वारा 15 अक्टूबर वर्ष 2014 को खसरा संख्या 313 में से तीन बीघा जमीन ग्राम मोमनाथल के किसान श्यामलाल से खरीदी गई थी, तथा उस जमीन में प्लाटिंग करके उसने विभिन्न व्यक्तियों को बेची थी। उनके द्वारा भरत लाल को बेचे गए प्लाट में दो दुकानें बनी हुई थी। इस प्लाट के बगल में विकास जिंदल का प्लाट है, जिसमें भी दो दुकानें बनी हुई है। उन्होंने बताया कि प्लाट विक्रेता अजब सिंह ने बताया कि दोनों प्लाट पर विकास जिंदल और भरत लाल का कब्जा था।

 उन्होंने बताया कि पीड़ित भरत लाल चौबे ने आरोप लगाया कि 19 सितंबर 2024 को भूपेंद्र, सोनू, निवासी ग्राम मोमनाथल ने किसी राजन मेहता से 106 और 105 गज की दो रजिस्ट्री वीरेंद्र पोसवाल के नाम करवाई। जबकि रजिस्ट्री करने वाले व्यक्ति को वास्तविक कब्जा कभी नहीं मिला था। इस रजिस्ट्री को दिखाकर ही वीरेंद्र पोसवाल के नाम से एनपीसीएल से बिजली का कनेक्शन लिया गया। उसके बाद आरोपियों ने भरत लाल चौबे और विकास जिंदल के प्लाट पर जबरन कब्जा कर लिया। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि कुख्यात भूपेंद्र मोमनाथल रणदीप भाटी गैंग का सक्रिय सदस्य है। इसके खिलाफ पूर्व में कई मुकदमे है। इसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई हो चुकी है। गैंगस्टर एक्ट के तहत भूपेंद्र की कुछ संपत्ति पुलिस ने कुर्क किया था, जिसका बोर्ड उखाड़कर उसने फेक दिया। और संपत्ति पर सेड बनाकर किराए पर फैक्ट्री चलाने के लिए कुछ लोगों को दिया है। 

उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि सोनू पुत्र संजय मोमनाथल विभिन्न प्रांतो के कुख्यात बदमाशों को भी अपने यहां शरण देता हैं। उनके अनुसार अक्टूबर 2023 में कुख्यात कौशल गैंग के शूटर हुल्ली उर्फ राहुल निवासी बेरी झज्जर ने बेरी में तीन लोगों को गोली मार दिया था, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। हुल्ली ने उनके यहां काफी दिनों तक शरण लिया था। हुल्ली पर दिल्ली एवं हरियाणा में काफी मुकदमे दर्ज है। उसकी तलाश में हरियाणा और दिल्ली की पुलिस द्वारा उसके घर पर दबिश दी गई थी। उन्होंने बताया कि सोनू के पिता संजय मोमनाथल भी कुख्यात बदमाश है। भूपेंद्र और सोनू दोनों संजय के बेटे हैं। उनके गैंग का सरगना भूपेंद्र है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार सोनू तथा वीरेंद्र को आज न्यायालय में पेश किया जा रहा है।