Noida News : 50 लाख का बीमा क्लेम पाने के लिए बेटे ने ही की थी पिता की हत्या, गिरफ्तार

Noida News : 50 लाख रुपए का बीमा क्लेम पाने के लिए एक बेटा ने अपने पिता की हत्या कर दी। बेटे ने पिता की हत्या का मुकदमा थाना कासना में दर्ज करवाया। मामले की जांच करी पुलिस ने आज आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया।
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अपर पुलिस उपायुक्त सुधीर कुमार ने बताया कि थाना कासना पुलिस ने पिता की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए आरोपी बेटे को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान स्थायी बोहरा गांव थाना टेढागाज किशंनगंज बिहार के संतोष बोसक के रूप में हुई है। आरोपी वर्तमान में बिसवाना गांव थाना सिकन्द्राबाद बुलंदशहर में रह रहा था। आर्थिक तंगी से जूझ रहे आरोपी ने बीमा राशि हड़पने के लिए अपने ही पिता की हत्या की साजिश रची थी।
उन्होंने बताया कि दिसंबर 2024 को आरोपी संतोष बोसक ने ही कासना कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके पिता प्रकाश बोसक की किसी अज्ञात व्यक्ति ने हत्या कर दी है। पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की और मौके से अहम सबूत जुटाए थे। साक्ष्यों और मैनुअल इंटेलिजेंस की मदद से पुलिस को शक हुआ कि हत्या में मृतक का बेटा ही शामिल है। जांच में पता चला कि मृतक प्रकाश बोसक मूल रूप से बिहार के किशनगंज जिले के रहने वाले थे। करीब 20 साल पहले वह नोएडा आकर बस गए थे।
उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि वर्ष 2022 में प्रकाश बोसक और उनके बेटे संतोष ने एक निजी बैंक से 12.5 लाख रुपये का होम लोन लिया था, जिससे उन्होंने बुलंदशहर में एक मकान खरीदा। लेकिन हर महीने 12,500 रुपये की ईएमआई चुकाना उनके लिए मुश्किल हो रहा था। पुत्र और पिता ने मिलकर दूसरा लोन लेने की योजना बनाई और एक हाउसिंग फाइनेंस कंपनी से 21 लाख रुपये का कर्ज लिया, जिसमें से 12.5 लाख रुपये पुराने लोन को चुकाने में खर्च हो गए। बाकी 7.69 लाख रुपये संतोष ने अपने मसाला पैकेजिंग बिजनेस के खाते में जमा कर दिए।
उन्होंने बताया कि लोन पर मृतक प्रकाश बोसक का 60 प्रतिशत जीवन बीमा कवर था, लेकिन 27 हजार रुपये की मासिक किस्त भरना दोनों के लिए मुश्किल हो गया। इसी दौरान संतोष को पता चला कि उसके पिता के नाम पर दो बीमा पॉलिसियां थी, जिनकी कुल राशि 50 लाख रुपये थी। इसमें उसकी मां नॉमिनी थी। कारोबार में घाटे और आर्थिक तंगी के कारण संतोष ने अपने पिता की हत्या की साजिश रची, ताकि बीमा राशि का क्लेम लिया जा सके और लोन का बड़ा हिस्सा बीमा कंपनी चुका दे।
घटना के दिन संतोष अपने बैग में सब्जी काटने वाला चाकू रखकर पिता के साथ घर से निकला। दोनों दिल्ली गए और वापस लौटते समय सुनसान कच्चे रास्ते से स्कूटी पर जा रहे थे। सिकंदराबाद थाना क्षेत्र के ग्राम बिशवाना के पास पहुंचकर संतोष ने स्कूटी रोकी और पिता से पेशाब करने को कहा। जैसे ही मृतक प्रकाश बोसक पेशाब करने लगे आरोपी पुत्र ने पीछे से चाकू से उन पर हमला कर दिया और उनकी हत्या कर दी। पुलिस को गुमराह करने के लिए संतोष ने खुद अपनी छाती पर भी एक कट लगाया, जिससे यह लगे कि किसी अज्ञात हमलावर ने उन पर हमला किया है। हत्या के बाद आरोपी ने चाकू झाड़ियों में छिपा दिया और पास ही समाधि के पास जाकर खड़ा हो गया।
हत्या के बाद संतोष ने अपने पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया और महज तीन महीने के भीतर 50 लाख रुपये का बीमा क्लेम अपनी मां के खाते में ट्रांसफर करवा लिया, लेकिन पुलिस की बारीकी से की गई जांच में उसकी साजिश का खुलासा हो गया। एडिशनल डीसीपी ग्रेटर नोएडा सुधीर कुमार का कहना है कि आरोपी को कासना पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर संतोष बोसक को दनकौर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ थाना कासना में हत्या के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।