Noida News : अरबो के जीएसटी घोटाले की जांच आर्थिक अपराध शाखा में आरोपियों ने करवाई ट्रांसफर

May 3, 2024 - 10:46
May 3, 2024 - 10:53
Noida News : अरबो के जीएसटी घोटाले की जांच आर्थिक अपराध शाखा में आरोपियों ने करवाई  ट्रांसफर
 Noida News : गौतम बुद्ध नगर पुलिस द्वारा 16 हजार करोड़ के जीएसटी (आईटीसी) घोटाले की खुलासे के बाद  जांच को अंतिम छोर तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। इस मामले में अब तक 41 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। गौतमबुद्ध नगर  पुलिस को अरबपति आरोपी संजय ढिगरा ने राजधानी लखनऊ में शासन सत्ता गलियारों में अपनी पैंठ और अपने रसूक/ रूतबे का अहसास दिलाने का प्रयास किया। सत्ता के गलियारों में अपनी पहुंच के बल पर जीएसटी प्रकरण की जांच जिला पुलिस से आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू)मेरठ ट्रांसफर कराने में वह सफल हो गया, लेकिन उससे पहले ही उसके मंसूबों पर इस प्रकरण की जांच कर रही पुलिस टीम ने पानी फेर दिया। जब तक जांच ट्रांसफर के आदेश नोएडा पुलिस के पास अधिकारिक रूप से आता उससे पहले थाना सेक्टर-20 पुलिस व सीआरटी ने संजय ढिंगरा, उसकी पत्नी व बेटे को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। वहीं सूत्रों के मुताबिक इस प्रकरण की जांच के ट्रांसफर होने की भनक लगते ही इस केस के शिकायत कर्ता ने  हाईकोर्ट इलाहाबाद का रूख करते हुए जांच ट्रांसफर को चुनौती देते हुए एक रिट दायर की है। नियम  के अनुसार पीड़ित अगर जांच से संतुष्ट न हो तो वह जांच किसी अन्य थाने या सेल से कराने के लिए स्वतंत्र होता है, लेकिन इस केस में शासन सत्ता में बैठे अधिकारियों ने वादी की जगह आरोपी की पहल पर जांच ट्रांसफर कर दी। जो चर्चा का विषय बना हुआ है। अब देखना होगा कि जांच ईओडब्ल्यू जाती है या फिर गौतम बुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट  की जांच से शासन संतुष्ट होता है।
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सूूत्रों के मुताबिक जीएसटी फ्रॉड मामले में अब तक 41 लोग गिरफ्तार हो चुके है। इस फर्जीवाडे से जुड़े जब तक 37 लोग गिरफ्तार हुए तब तक मामला शांत चल रहा था लेकिन जैसे ही इस प्रकरण में पानीपत के उद्योगपति फिर पंजाबी बाग के अरबपति परिवार पर नोएडा पुलिस की जांच टीम ने शिंकजा कसना शुरू किया वैसे ही इन उद्योगपतियों ने अपने अपने स्तर से पहले जांच से नाम हटाने का प्रयास शुरू किया और नोएडा पुलिस के एक बड़े पुलिस अधिकारी के आगे न तो उसका रसूक चला और न ही उसके रूतबे का उन पर कोई असर हुआ। तब संजध ढिंगरा ने लखनऊ में शासन सत्ता में बैठे अधिकारियों व राजनेताओं की शरण ली। सूत्रों के मुताबिक पिछले तीन माह से संजय ढिगरा अपने व परिवार को बचाने के लिए तन मन धन से लगा हुआ था।
 शासन के आदेश के खिलाफ पीड़ित ने की हाई कोर्ट में याचिका दायर 
शिंकजा कसता देख उसने दिल्ली के कुछ अधिकारियों व राजनेताओं के माध्यम से लखनऊ में शासन सत्ता में बैठे नेता व अधिकारियों को 15 हजार करोड़ की जांच थाना व जिला स्तर पर किए जाने की मंशा पर सवाल उठाते हुए उन्हें गुमराह किया और फिर सूत्रों के मुताबिक पिछले सप्ताह ही जांच ईओडब्ल्यू को ट्रांसफर कराने का आश्वासन मिलते ही दिल्ली लौट आया और फिर पुलिस से बचने के लिए परिवार के साथ राजस्थान, हरियाणा व दिल्ली के होटलों व फार्म हाउस में छुपता रहा। इस बारे में पूछे जाने पर डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि उनके पास ईओडब्ल्यू में जांच ट्रांसफर का कोई लिखित आदेश नहीं आया है। दूसरा आरोपी जांच ट्रांसफर नियमत नहीं करा सकता है। वर्ष 2014 के डीजी सर्कुलर में सब कुछ स्पष्ट है। इस जीएसटी घोटाले की जांच के लिए जिले में अपर पुलिस आयुक्त स्तर पर एक एसआईटी गठित की गई थी। इसी एसआईटी के तहत जांच की जा रही है।