Noida News : फर्जी लाइसेंस बनाकर बार संचालित करने वाले मैनेजर समेत चार आरोपी गिरफ्तार
Noida News : सेक्टर-132 स्थित एक रेस्तरां के अंदर बार का फर्जी लाइसेंस बनाकर बार संचालित कर रहे मैनेजर समेत चार आरोपियों को आबकारी विभाग और सेक्टर-126 पुलिस की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर संयुक्त कार्रवाई करते हुए टीमों ने छापेमारी की ।आरोपियों के कब्जे से कूटरचित फर्जी लाइसेंस, 51 बीयर की बोतल और चार शराब की बोतल बरामद हुई है। बरामद फर्जी अकेजनल बार लाइसेंस हूबहू असली जैसा था। इसके बाद जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय से रात में ही मिलान होने पर यह जानकारी सामने आई कि ऐसा कोई लाइसेंस जारी नहीं हुआ है। फिर यूपी आबकारी विभाग की साइट पर भी फर्जी बार लाइसेंस का वैरिफिकेशन नहीं हो पाया।
- आरोपियों के कब्जे से फर्जी लाइसेंस की प्रति और शराब की बोतलें बरामद
पुलिस आयुक्त श्रीमती लक्ष्मी सिंह के मीडिया प्रभारी ने बताया कि आबकारी निरीक्षक शिखा ठाकुर ने थाना सेक्टर-126 पुलिस को दी शिकायत में बताया कि शनिवार रात को वह आबकारी विभाग के अन्य निरीक्षकों और सिपाहियों के साथ जनपद के अलग-अलग हिस्से में भ्रमणशील रहीं। इसी दौरान सेक्टर-132 पुलिस चौकी के पास अन्य पुलिसकर्मी मिले और अवैध शराब की बिक्री की रोकथाम पर चर्चा होने लगी। बातचीत के दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि सेक्टर-132 स्थित बुराश रेस्टोरेंट में बिना एफएल 11 अकेजनल बार लाइसेंस के अवैध रूप से लोगों को शराब परोसी जा रही है। सूचना पर विश्वास करके पुलिस और आबकारी विभाग की टीम संबंधित रेस्टोरेंट के पास पहुंची और योजना के तहत छापेमारी की। जिस समय टीमें अंदर पहुंची रेस्टोरेंट के अंदर बने बार में कई लोग शराब का सेवन कर रहे थे। रेस्टोरेंट का संचालन कर रहे व्यक्ति से जब अकेजनल लाइसेंस मांगा गया तो उसने अपना नाम धर्मवीर कुमार बताते हुए लाइसेंस की एक प्रति दिखाई। जब टीम ने जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय से लाइसेंस के प्रति की जांच कराई तो सामने आया है कि विभाग की तरफ से ऐसा कोई लाइसेंस जारी नहीं हुआ है। इस लाइसेंस पर लाइसेंसधारी का नाम प्रणव निवासी सेक्टर-39 अंकित था। आगे आबकारी व पुलिस की पूछताछ में धर्मवीर ने बताया कि रेस्तरां के मैनेजर आलोक झा के कहने पर ही बार लाइसेंस के लिए आवेदन किया जाता है। कई बार पैसे बचाने के लिए वह लाइसेंस में छेड़छाड़ कर बगैर फीस जमा किए फर्जी लाइसेंस बनाता है। इसके बाद शराब परोस रहे व्यक्तियों को रोक कर उनके नाम पूछे गए तो उन्होंने अपना नाम सोनू निवासी बदरपुर दिल्ली दूसरे ने अपना नाम थांगलेनहाऊ चोंगलोई निवासी मणिपुर बताया। फिर पुलिस ने रेस्तरां मैनेजर आलोक झा, धर्मवीर, सोनू, थांगलेनहाऊ को गिरफ्तार किया। बरामद शराब व बीयर के सैंपल के लिए आबकारी विभाग ने नमूने भी लिए। अब तक शहर में बगैर लाइसेंस के रेस्तरां में शराब परोसे जाने के प्रकरण सामने आ रहे थे। फर्जी लाइसेंस तैयार कर बार चलाए जाने का पहला प्रकरण सामने आया है। इसके बाद आबकारी विभाग भी हैरान है।
- आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम समेत कुल चार धाराओं में दर्ज हुआ केस
आबकारी निरीक्षक शिखा ठाकुर ने कहा कि इस प्रकार का फर्जीवाड़ा रोकने के लिए नियमित अंतराल पर आबकारी और पुलिस की टीमें छापेमारी करती हैं। अब प्रतिदिन शहर में संचालित बार की जांच होगी। आशंका है कि इस प्रकार का फर्जीवाड़ा व्यापक स्तर पर किया जा रहा है। मुखबिर को भी सक्रिय कर दिया है कि बिना लाइसेंस के चल रहे बार की जानकारी एकत्र करें ताकि संचालकों समेत अन्य पर कार्रवाई की जा सके। गिरफ्त में आए आरोपी बार में शराब को तीन गुना कीमत पर बेचकर मुनाफा कमाते थे। आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम समेत कुल चार धाराओं में केस दर्ज किया गया है।