Noida News : नाम स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पढ़ाई होती है स्नातक की, फोनरवा प्रतिनिधिमंडल ने सांसद को सौंपा ज्ञापन

Sep 12, 2024 - 18:37
Noida News : नाम स्नातकोत्तर महाविद्यालय, पढ़ाई होती है स्नातक की, फोनरवा प्रतिनिधिमंडल ने सांसद को सौंपा ज्ञापन
 Noida News : औद्योगिक शहर नोएडा के एक मात्र राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्नातकोत्तर (पोस्ट ग्रेजुएट) के पाठ्यक्रमों की पढ़ाई न होने से छात्रों के साथ-साथ अभिभावक भी परेशान है। छात्रों को स्नातक के बाद दूसरे शहरों में जाकर उन्हें स्नातकोत्तर की पढ़ाई करनी पड़ती है। छात्रों की उक्त समस्याओं को लेकर गुरूवार को फैडरेशन ऑफ नोएडा रेसिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (फोनरवा) का एक प्रतिनिधिमंडल सांसद डा. महेश शर्मा से मिला। 

   फोनरवा प्रतिनिधिमंडल में शामिल अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा एवं महासचिव केके जैन ने सांसद को बताया कि नोएडा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) का एक महत्वपूर्ण शहर है।  प्रदेश के औद्योगिक नगरों में अग्रणी नोएडा नगर में उच्च शिक्षा की सुविधा सुलभ कराने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश शासन द्वारा वर्ष 1982 में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, नोएडा (गौतमबुद्ध नगर) की स्थापना की गई। वर्तमान में सेक्टर-39, सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के समीप 15 एकड़ भूमि पर यह महाविद्यालय संचालित है। इस महाविद्यालय में शुरू से ही स्नातक स्तर के विषयों में कक्षाएं चल रहीं हैं।
 
कॉलेज की स्थापना के बाद यहां पर स्नातकोत्तर के एक विषय के अलावा अन्य कोई पाठ्यक्रम उपलब्ध नहीं कराया गया हैं। नोएडा शहर कि जनसंख्या लगभग 10 लाख है और नोएडा में सिर्फ एक ही कॉलेज है। स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की अनुपलब्धता के कारण शहर के विद्यार्थियों को इन पाठ्यक्रमों में एडमिशन के लिए गाजियाबाद, फरीदाबाद, दिल्ली और मेरठ जाना पड़ता है।

  प्रतिनिधिमंडल ने सांसद से मांग करते हुए कहा कि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नोएडा में कला संकाय में हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, राजनीतिशास्त्र, समाजशास्त्र, मनोविज्ञान एवं शिक्षाशास्त्र विषयों एवं विज्ञान संकाय में भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, गणित, वनस्पति विज्ञान, सूक्ष्म जीव विज्ञान एवं कम्प्युटर विज्ञान विषयों में स्नातकोत्तर कक्षाएं तथा स्नातक स्तर पर एलएलबी की कक्षाएं संचालित कराई जाए। जिसका लाभ नोएडा शहर में रहने वाले विद्यार्थियों को मिल सकें।

प्रतिनिधिमंडल द्वारा छात्रों से संबंधित समस्याएं सुनने के बाद सांसद ने आश्वासन दिया है कि राजकीय महाविद्यालय में कई विषयों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों को जल्द से जल्द शुरू करवाने का प्रयास किया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में योगेंद्र शर्मा, केके जैन, सुशील यादव, अशोक  मिश्रा, देवेंद्र सिंह, संजय चौहान, उमाशंकर शर्मा,  जीएस सचदेवा, जितेंद्र यादव सहित अन्य लोग शामिल रहें।