Noida News : सोशल मीडिया पर रील देखकर एटीएम से नकदी चुराने वाले 3 शातिर गिरफ्तार

Jul 22, 2025 - 18:31
Noida News  : सोशल मीडिया पर रील देखकर एटीएम से नकदी चुराने वाले 3 शातिर गिरफ्तार

Noida News : सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेट फार्मों पर रील देखकर एनसीआर क्षेत्र में लगे एटीएम में फाइबर प्लेट लगाकर लोगों के फंसे रुपये चुराने वाले एक गैंग का थाना एक्सप्रेस-वे पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए 3 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बदमाशों के कब्जे से 9 मोबाइल फोन, 13 मोबाइल कवर, घटना में प्रयुक्त कार, 46460 रूपये नकद, चोरी करने के उपकरण, डेबिट व क्रेडिट कार्ड व अन्य कागजात बरामद किया है।


डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने बताया कि आज थाना एक्सप्रेस-वे पुलिस ने लोकल इंटेलिजेंस व गोपनीय सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए एटीएम से नकद निकासी स्थान पर फाइबर प्लेट लगाकर रुपये निकालने आये लोगों के फंसे हुए रुपये एटीएम से चोरी करने वाले एक गैंग के रोहित डंग पुत्र बलदेव, बीनस डंग पुत्र नन्द किशोर डंग तथा वैभव बत्रा पुत्र तुलसी बत्रा को सेक्टर-130 नोएडा के पास पुस्ता सर्विस रोड से गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि अभियुक्तों से पूछताछ के दौरान ज्ञात हुआ कि उनके द्वारा एनसीआर क्षेत्र में एटीएम बूथों को टारगेट करके मास्टर चाबी से एटीएम में नीचे लगे गेट का ढक्कन खोल कर रूपये निकासी स्थान पर पहले से फाइबर प्लेट लगाकर एटीएम बूथ के बाहर खड़े हो जाते थे। जब कोई व्यक्ति आकर एटीएम से रूपये निकालता था तो उसका ट्रांजेक्शन तो पूरा हो जाता है लेकिन फाइबर की प्लेट लगी होने के कारण रूपये एटीएम से बहार नहीं निकल पाते थे। रूपये न निकालने के कारण एटीम आने वाला व्यक्ति परेशान होकर वहां से चला जाता था तभी इनमें से कोई भी एटीएम बूथ के अंदर जाकर रूपये निकासी स्थान को मास्टर चाबी की मदद से ढक्कन खोल कर फंसे हुए रूपये निकाल कर चोरी कर लेते थे। बदमाश यही प्रक्रिया लगातार दोहराते थे और अवैध धन अर्जित करते थे।
अभियुक्तों ने पुलिस को बताया है कि करीब एक डेढ़ महीना पहले ग्राम वाजिदपुर पीएनबी बैंक के पास लगे एसबीआई बैंक के एटीएम में फाइबर प्लेट लगाकर एटीएम से रूपयों की चोरी की थी। डीसीपी ने बताया कि अभियुक्तों ने सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेट फार्मों पर जारी रील देखकर तथा उनसे प्रभावित होकर इस प्रकार का अपराध करना शुरू किया था। अभियुक्तों द्वारा बारी-बारी से ऐसे एटीएम मशीनों की रेकी की जाती थी, जिनके नीचे का दरवाजा आसानी से खुल सके। अभियुक्तों द्वारा इस तरह की कई घटनाओं का खुलाशा किया गया है।