Lucknow News : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धारा-370 हटाकर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सपनों को किया पूरा: योगी आदित्यनाथ
Lucknow News : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक देश में एक प्रधान, एक विधान, एक निशान के मुद्दे और भारत की अखंडता को लेकर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 23 जून 1953 को अपना बलिदान दिया था। देश 1947 में आजाद हुआ और 1950 में संविधान लागू किया गया। इसके बाद तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व की सरकार ने देश के संविधान में धारा-370 जोड़कर राष्ट्रीय अखंडता को गंभीर चोट पहुंचाने का कुत्सित प्रयास किया था। डॉ. मुखर्जी उस समय उद्योग व खाद्य मंत्री के रूप में देश की सेवा कर रहे थे, लेकिन सरकार की मंशा को ध्यान में रखकर उन्होंने पद छोड़ दिया और देश की प्रतिष्ठा व अखंडता के लिए कश्मीर से धारा-370 हटाने के लिए व्यापक आंदोलन प्रारंभ किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर सिविल हॉस्पिटल परिसर हजरतगंज स्थित प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। सीएम ने डॉ. मुखर्जी को भारत माता का महान सपूत, प्रख्यात स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, अखंड भारत का स्वप्नदृष्टा बताया।
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने भारतीय जनसंघ के हजारों कार्यकर्ताओं के साथ कश्मीर सत्याग्रह के लिए अभियान प्रारंभ किया, इसके लिए उन्हें प्राण भी त्यागना पड़ा। कश्मीर में धारा-370 समाप्त कर एक देश में एक प्रधान, एक विधान, एक निशान की भावनाओं को सम्मान करने का कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की एनडीए सरकार ने किया है। यह कश्मीर, देश की अखंडता और सीमा की सुरक्षा के लिए बलिदान देने वालों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। कार्यक्रम के दौरान उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, पूर्व उप मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा, कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह सहित अन्य लोगों ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर पुष्प अर्पित किया।