Greater Noida News : यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र के 7 सेक्टरों में बनेगा यमुना रिवर फ्रंट

Nov 17, 2025 - 23:31
Greater Noida News : यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र के 7 सेक्टरों में बनेगा यमुना रिवर फ्रंट
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Greater Noida News : यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में सात सेक्टरों के पास सुरक्षित दूरी पर कई किलोमीटर लंबा यमुना रिवर फ्रंट बनेगा। शहर को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए इसे विशेष परियोजना की श्रेणी में रखा गया है, जिसे विकसित करने की तैयारी तेज हो गई है। 

Yamuna Expressway Industrial Development Authority News : यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) क्षेत्र यमुना नदी के आसपास बसाया जा रहा है। यमुना सिटी के सेक्टर- 26बी, 27, 26, 25, 24, 24ए, 23डी और अन्य नदी के किनारे पर ही विकसित हो रहे हैं। ऐसे में इन सेक्टरों के आसपास रिवर फ्रंट बनाने की योजना है। रिवर फ्रंट के तहत नदी और सेक्टरों के बीच एक लंबा चौड़ा रास्ता तैयार होगा। यहां पर घास के टीले, शेड, फूलों की क्यारियां, रंग बिरंगी रोशनी से सराबोर फव्वारे, जोगिंग और साइकिल ट्रैक, आकर्षक लैंडस्केपिंग, खानपान संबंधी क्यिोस्क, नदी देखने और बैठने के व्यू पॉइंट बनेंगे।

 

नदी तट से सुरक्षा के साथ ही जल गुणवत्ता में सुधार भी करेंगे। यहां एक तटबंध बनाया जाएगा, जो मानसून में बाढ़ से क्षेत्र की रक्षा करेगा। क्षेत्र की उन्नत जल निकासी प्रणाली व रियल टाइम मॉनिटरिंग बाढ़ से सुरक्षा करेगी। फेस-1 में कुल 10 प्रमुख झीले, नहर व 135 तालाब हैं। ये तालाब और नहर भूजल पुनर्भरण में सहायता करती हैं। इनमें 38 तालाबों के जीर्णोद्धार का काम चल रहा है। मास्टर प्लान के अनुसार तालाबों व नहरों को हरित संरक्षण क्षेत्र माना गया और इसके आसपास खुले हरित क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। नहरों के दोनों ओर 30 मीटर और प्राकृतिक जलधाराओं के दोनों ओर 15 मीटर में ग्रीन बेल्ट बनेगी।

Yamuna Expressway Industrial Development Authority News : यमुना विकास प्राधिकरण के विशेष कार्याधिकारी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि नोएडा एयरपोर्ट और अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी को देखते हुए फेस-1 में 15 प्रतिशत हरित क्षेत्र निर्धारित किया गया है। शहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए यह पहल होगी, जिससे यहां आने वाले लोग अलग अनुभव कर सकेंगे। नए आगरा शहर में भी 823. 7 हेक्टेयर में ग्रीन रिवर बफर जोन बनेगा। यहां पर रंग-बिरंगे फूलों की प्रजातियां के साथ ही दुर्लभ पेड़-पौधे और वाटर बॉडी को विकसित किया जाएगा। पर्यटकों के लिए बोटिंग, वॉकवे, फूड स्टॉल रहेंगे। यहां पर वेलनैस टूरिज्म एक्टिविटी होगी। यह एक ऐसी यात्रा होगी, जिसमें योग, आयुर्वेदिक मसाज से लोग अपने शरीर को मन को स्वस्थ बना सकेंगे।

उन्होंने बताया कि 100 एकड़ में फैला धनौरी वेटलैंड क्षेत्र के उत्तर पूर्व भाग में स्थित है, जिसका कुल 46.35 हेक्टेयर क्षेत्रफल दलदली और जलभराव वाला भाग हैं। यहां विभिन्न प्रजातियों के विदेशी जलीय जीव व सारस मौजूद है, हालांकि पर्यटकों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। इस वेटलैंड के सरंक्षण के लिए 112.89 हेक्टेयर का प्रभाव क्षेत्र (जोन ऑफ इन्फ्लुएंस) चिन्हित किया गया है, जिसके चारों तरफ 100 मीटर का हरित बफर जोन तैयार होगा। यहां हरे भरे घास के टीले, वॉकवे, रंग-बिरंगे फव्वारे आदि लगेंगे, जिससे लोगों को अलग आनंद का अनुभव हो सकेगा। साथ ही इसके पास ही 10 हेक्टेयर में पशु बचाव व पुनर्वास केंद्र भी बन रहा है। जो क्षेत्र के काले हिरण व अन्य वन्य जीवों का आश्रय बनेगा।