Noida News : एमिटी के साथ ’आपरेशन अपराजिता’ काउंसलिंग सेंटर का संचालन करेगी पुलिस

Noida News : एक वर्ष पूर्व 8 जनवरी 2024 को घरेलू विवादों के समाधान के लिए पारिवारिक विवाद समाधान क्लिनिक (एफडीआरसी) स्थापित करने के लिए एमिटी विश्वविद्यालय और महिला एवं बाल सुरक्षा प्रकोष्ठ गौतमबुद्व नगर पुलिस के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया था। आज पारिवारिक विवाद समाधान क्लिनिक (एफडीआरसी) के सफलता पूर्वक एक वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह, एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा. बलविंदर शुक्ला, डीसीपी सुनिती, डीसीपी राम बदन सिंह और एमिटी लॉ स्कूल के चेयरमैन डा. डीके बंद्योपाध्याय द्वारा एमिटी विश्वविद्यालय में एमिटी सेंटर फॉर फैमली कांउसलिंग एंड सोशियल वेलबिंग को लांच किया गया। इस अवसर पर एफडीआरसी पर एमओयू नवीनीकरण समारोह का भी आयोजन भी किया गया।
कार्यक्रम के दौरान पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने कहा कि हमने एमिटी विश्वविद्यालय के सहयोग से पारिवारिक विवाद समाधान क्लिनिक खोला, जो बेहद सफल रहा। एमिटी ने विशेषज्ञों की टीम उपलब्ध कराई, जिन्होंने शिकायतकर्ताओं को परामर्श दिया और विवादों के सौहार्दपूर्ण समाधान में मदद की। उन्होंने बताया कि दर्ज की गई कुल 200 शिकायतों में से केवल 6 प्रतिशत पर एफआईआर दर्ज की गईं और शेष को समाधान व बातचीत के माध्यम से किया। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई विवाद नहीं है जिसे परामर्श के माध्यम से हल नहीं किया जा सकता है। हमें चार्जशीट या एफआईआर दर्ज किए बिना, बातचीत और परामर्श के माध्यम से परिपक्व पुलिसिंग पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। महिला हेल्प डेस्क ने केवल 1-2 बैठकों में विवादों को सुलझाया, जो सराहनीय था और हमारा हेल्प डेस्क एक मशीन की तरह काम कर रहा है। विवादों के समाधान के बाद, हमारी टीम शिकायतकर्ताओं और उनके परिवारों को पूरी सहायता प्रदान करती है, जितनी भी अवधि की आवश्यकता होती है, चाहे वह 6 महीने हो या 1 वर्ष तक उनसे फीडबैक लिया जाता है। भविष्य के रोडमैप को साझा करते हुए पुलिस कमिश्नर ने कहा कि हम 18 वर्ष से कम उम्र के बलात्कार पीड़ितों और उनके माता-पिता के लिए एमिटी के सहयोग से “ऑपरेशन अपराजिता” शुरू करने और उन्हें चिकित्सा परामर्श और मनोवैज्ञानिक परामर्श प्रदान करने की योजना बना रहे हैं। हमें बलात्कार पीड़ितों के मानसिक आघात को संबोधित करने की आवश्यकता है और आघात-केंद्रित और पीड़ित-केंद्रित परामर्श की आवश्यकता है। हम बलात्कार पीड़ितों और उनके परिवारों को पूर्ण सहायता प्रदान करेंगे और यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे कि वे समाज में सम्मान का जीवन जी सकें।
इस मौके पर एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि हम गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर के बहुत आभारी हैं, जिन्होंने एमिटी के सहयोग से पारिवारिक विवाद समाधान क्लिनिक खोलने का एक भव्य दृष्टिकोण रखा। एमिटी में हम दृढ़ता से मानते हैं कि सामाजिक लाभ के लिए काम करना हमारी जिम्मेदारी है और हम विभिन्न संगठनों के साथ सहयोग करते हैं, जिसके माध्यम से हम योगदान दे सकते हैं और दुनिया को एक बेहतर जगह बना सकते हैं। हमें खुशी है कि हमारे विशेषज्ञों और परामर्शदाताओं को पारिवारिक विवादों को सुलझाने में गौतमबुद्ध नगर पुलिस के साथ काम करने का अवसर मिला, जिससे उन्हें अपने ज्ञान और अनुभव को बढ़ाने में मदद मिली। हम गौतमबुद्ध नगर पुलिस के साथ अपना सहयोग जारी रखेंगे और उनके सभी प्रयासों में अपना पूरा समर्थन देना चाहेंगे।
इस अवसर पर पारिवारिक विवाद समाधान क्लिनिक (एफडीआरसी) पर आधारित सहभागिता के नवीनीकरण के लिए एक एमओयू नवीनीकरण समारोह के अंर्तगत इस एमओयू पर पुलिस कमीश्नर, एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर की मौजूदगी मेें डीसीपी सुनिती और एमिटी विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. आरके कपूर ने हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर एमिटी मेडिटेशन एंड कांउसलिंग टीम के सदस्यों और शोधार्थियों को सर्टिफिकेट एंव ट्राफी प्रदान की गई और अतिथियों द्वारा एफडीआरसी रिपोर्ट का विमोचन भी किया गया।