Noida News : शराब पीने से मना करने पर बचपन के दोस्त की ईंट से वार कर हत्या करने वाला गिरफ्तार
Noida News : थाना ईकोटेक -3 पुलिस ने अपने बचपन के दोस्त की ईट से वार कर हत्या करने वाले आरोपी को आज गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी ने अपने बचपन के दोस्त की हत्या इसलिए कि थी कि वह उसे शराब पीने से रोक रहा था।
Police Station Ecotech-3 Greater Noida News : पुलिस उपायुक्त जोन तृतीय शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि मूल रूप से जनपद अलीगढ़ के रहने वाला विक्रम पुत्र नागेंद्र ग्राम हबीबपुर में किराए पर कमरा लेकर रहता था। उसका बचपन का दोस्त सौरभ पुत्र संजू सिंह भी उसके साथ यहां पर आकर रह रहा था। दोनों एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे। उन्होंने बताया कि 1 दिसंबर की रात को सौरभ और विक्रम के बीच शराब पीने एवं खर्चे को लेकर झगड़ा हो गया। विक्रम ने सौरभ से कहा कि तुम शराब मत पिया करो, और पैसे भी कम खर्च करो। इस बात से क्रोधित सौरभ ने उसके साथ मारपीट की तथा वहां रखी ईट से उसके सिर पर वार कर उसका सिर फोड़ दिया। इस घटना में विक्रम की मौत हो गई।
विक्रम की हत्या करने के बाद सौरभ किराए के मकान में ताला लगाकर, उसके शव को अंदर ही बंद करके अपने पैतृक गांव जनपद अलीगढ़ भाग गया। उसने वहां पर कई लोगों से कहा कि उसने विक्रम की हत्या कर दी है। लोगों ने उसकी बात पर विश्वास नहीं किया। क्योंकि दोनों की दोस्ती को लेकर गांव में मिसाल दी जाती थी। उन्होंने बताया कि मंगलवार की रात को हबीबपुर गांव में रहने वाले विक्रम के मकान मालिक ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब विक्रम के घर का दरवाजा खोला तो उसका शव कमरे में पाया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उन्होंने बताया कि मृतक विक्रम के भाई की शिकायत पर पुलिस ने हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया। उन्होंने बताया कि आज पुलिस ने दोस्त की हत्या करने वाले सौरभ पुत्र संजू सिंह मूल निवासी जिरौली हीरा सिंह थाना अकराबाद जिला अलीगढ़ को गिरफ्तार कर लिया है। इसके पास से पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त ईट भी बरामद किया है। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि सौरब के शराब पीने की आदत से परेशान होकर उसकी पत्नी ने शादी के 6 महीने बाद ही उसे छोड़ दिया था।

