Noida News. : दो कारोबारियों के साथ हुई 18.70 लाख रुपए की लूट के मामले में यूपी पुलिस के सिपाही समेत दो गिरफ्तार

Apr 23, 2025 - 08:57
Noida News.  :  दो कारोबारियों के साथ हुई 18.70 लाख रुपए की लूट के मामले में यूपी पुलिस के सिपाही समेत दो गिरफ्तार

Noida News : थाना सेक्टर 113 क्षेत्र में दो व्यापारियों के साथ हुई लूट के मामले में नोएडा पुलिस ने मंगलवार को यूपी पुलिस मे तैनात सिपाही समेत 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार पुलिसकर्मी खुद को एसटीएफ का अधिकारी बताकर घटना को अंजाम दे रहा था। इस घटना में शामिल चार लोग अभी फरार हैं, जिसमें दो लोग कारोबारी के दोस्त भी हैं।

Noida News : 

 पुलिस उपायुक्त जोन प्रथम राम बदन सिंह ने बताया कि सेक्टर 76 के सिलिकॉन सिटी में रहने वाले अपने अश्विनी के पास दिल्ली के निवासी रजत वर्मा 18 अप्रैल की रात को मिलने के लिए आए थे। दोनों आपस में दोस्त हैं। इसी दौरान कुछ लोग उनके फ्लैट पर आए तथा खुद को एसटीएफ का अधिकारी बताकर दोनों दोस्तों को बंधक बना लिया, और करीब 18.70 लाख रुपए, दो लैपटॉप और दो मोबाइल फोन लूट लिया। पुलिस ने जब इस मामले की जांच की तो पता चला कि पीड़ित रजत वर्मा व अश्वनी के कानपुर निवासी दो दोस्तों ने यूपी पुलिस के एक सिपाही के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया है।

 उन्होंने बताया कि घटना की जांच कर रही पुलिस ने यूपी पुलिस के सिपाही कोमल सिंह यादव निवासी कानपुर और आरुष त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया है। कोमल प्रयागराज पुलिस लाइन में तैनात है। वह एक साल से गैर हाजिर चल रहा है। पुलिस ने इनके पास घटना में प्रयुक्त दो कार, 6 लाख रुपए ,दो लैपटॉप और मोबाइल फोन बरामद किया है। इस घटना में शामिल अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है।

 उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान कांस्टेबल कोमल और आरुष त्रिपाठी ने पुलिस को बताया कि उनके दो साथी दीपांशु और शोभित कानपुर के रहने वाले हैं। दीपांशु और शोभित ने उन्हें बताया था कि नोएडा के सिलिकॉन सिटी में रहने वाले अश्विनी और रजत उनके जानकार है। उनके फ्लैट पर काफी नगदी रखी है। दोनों ने गलत तरीके से पैसे कमाए हैं। पुलिस का डर दिखाकर इनसे नगदी ली जा सकती है। इसके बाद कोमल सिंह, आरुष, हिमांशु ,शोभित, गौरव और उत्कर्ष ने मिलकर लूट की योजना बनाई ,और 18 अप्रैल की रात दीपांशु और शोभित एक कार में सवार होकर रजत की फ्लैट पर पहुंचे। वहां काफी पीने के बहाने दोनों को नीचे लेकर आए। चारों एक कार से सोसाइटी से निकले। सोसाइटी से आगे जाकर स्कॉर्पियो कार में सवार होकर बैठे कोमल और आरुष तथा क्रेटा कार में सवार गौरव और उत्कर्ष ने मिलकर रजत , अश्वनी, दीपांशु और शोभित की कार को घेर लिया। इसके बाद कोमल ने एसटीएफ अधिकारी बनकर उन्हे धमकाया और करीब 15 घंटे तक बंधक बनाकर इन्हें विभिन्न जगहों पर घुमाया। इस दौरान दीपांशु और शोभित ने खुद को पीड़ित दिखाया।

 बदमाशों ने अश्वनी और रजत के साथ मारपीट की और दिखाने के लिए दीपांशु और शोभित के भी कपड़े फाड़ दिए। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने रजत, अश्वनी को धमकाया। अश्विनी की क्रेटा और रजत को अपने साथ स्कॉर्पियो कार में बैठा लिया। फिर बंदूक दिखाकर मारपीट की गई और पैसों की मांग की गई। पैसे नहीं देने पर गिरफ्तार करने की धमकी दी गई। इसके बाद दोनों को सोसाइटी के बाहर ले गए। अश्वनी से कहा कि फ्लैट से कैश लेकर आओ, नहीं तो रजत को गोली मार देंगे। दीपांशु को अश्विनी के साथ भेजकर फ्लैट में रखे 7.5 लाख रुपए मंगवाए। जांच में पुलिस को पता चला है कि आरोपियों ने 11.20 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करवाया। इसके अलावा तीन लैपटॉप, दोनों के चार मोबाइल फोन, रजत की सोने की चेन, अंगूठी और पर्स भी इन्होंने लूट लिया था। बदमाशों ने सारा सामान लेने के बाद पीड़ितों को जेवर टोल प्लाजा के आगे यमुना एक्सप्रेसवे पर छोड़ दिया था। 

डीसीपी ने बताया कि जांच में पता चला है कि अश्विनी और रजत ने कुछ दिन पहले दीपांशु व शोभित से वीडियो कॉल पर बात की थी। शराब पीने के दौरान चारों लोग बात कर रहे थे, तभी अश्विनी व रजत ने फ्लैट में रखे कैश दोनों को दिखाया। तभी से लूट की योजना पर दीपांशु व शोभित ने काम करना शुरू कर दिया था। रजत का दिल्ली में ज्वेलरी और अश्वनी का टिकट रिजर्वेशन का कारोबार है। बताया जाता है कि दोनों बिटकॉइन के धंधे से भी जुड़े हैं। डीसीपी ने बताया कि लूट में शामिल गिरफ्तार सिपाही कोमल सिंह 13 महीने से ड्यूटी पर नहीं जा रहा था। उसने विभाग में मेडिकल दिया है। लेकिन उसकी ड्यूटी अप्रूव नहीं हुई है। अब इस घटना के बाद नोएडा कमिश्नरेट पुलिस ने गिरफ्तार सिपाही की बर्खास्तगी के लिए प्रयागराज कमिश्नरेट पुलिस को पत्र लिखा है। इस घटना में शामिल चार आरोपी शोभित, गौरव, दीपांशु और उत्कर्ष अभी फरार हैं।