Noida News : एफआईआर कर जेल भेजना आसान काम, टूटते परिवार को जोड़ना महत्वपूर्ण: लक्ष्मी सिंह

Jan 17, 2025 - 16:36
Noida News : एफआईआर कर जेल भेजना आसान काम, टूटते परिवार को जोड़ना महत्वपूर्ण: लक्ष्मी सिंह

Noida News : ग्रेटर नोएडा के थाना नॉलेज पार्क में शारदा यूनिवर्सिटी और नोएडा पुलिस के संयुक्त प्रयास से शुरू किए गए एफडीआरसी (पारिवारिक विवाद समाधान क्लिनिक) के चौथे स्थापना दिवस पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।

एफडीआरसी के स्थापना दिवस कार्यक्रम में गौतमबुद्ध नगर की पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने कहा कि इसकी स्थापना यहां रहने वालों के लिए काफी लाभकारी हुई है। उन्होंने कहा कि नोएडा पुलिस और फैमिली डिस्प्यूट रेजाॅल्यूशन क्लिनिक के अथक प्रयास से 942 परिवारों को टूटने से बचाया गया है। पुलिस ने सफल काउंसलिंग कर इन परिवारों को दोबारा से जोड़ा है। अब और भी बेहतर तरीके से इस व्यवस्था को आगे बढ़ाने की तैयारी की जा रही है।

उन्होंने कहा कि पारिवारिक विवादों को सुलझाने के लिए फैमिली डिस्प्यूट रेजोल्यूशन क्लिनिक वर्ष 2020 में शुरू की गई थी। इसके तहत कमिश्नरेट पुलिस के एक्सपर्ट के साथ मिलकर घरेलू विवादों को लेकर पारिवारिक सदस्यों के बीच मध्यस्थता कराती है। पिछले तीन सालों में नोएडा कमिश्नरेट पुलिस व विशेषज्ञों ने मिलकर सैकड़ों दंपतियों के वैवाहिक विवाद का सफलतापूर्वक समाधान किया।

 उन्होंने कहा कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा में पारिवारिक, सामाजिक आधारों और बदलते परिवेश में घरेलू विवाद को सुलझाया जा रहा है। परिवार में दंपतियों के बीच विवाद के बाद काउंसलिंग करवाकर विधिक परामर्श के साथ समाधान किया जाता है। अब तीनों जोनों में अलग-अलग फैमिली डिस्प्यूट रेजोल्यूशन क्लिनिक शुरू हो गई है।

 उन्होंने बताया कि नॉलेज पार्क सप्ताह में 2 दिवस कार्य करता है, जिसमें लीगल एवं मनोविज्ञान के विशेषज्ञ की टीम मौजूद रहकर पारिवारिक विवादों और तनाव से संबंधित विवादों के समझौते कराने और पारिवारिक संबंधों को विकसित करने तथा उनको बनाए रखने का सहायक मार्ग है। इस केंद्र का मुख्य उद्देश्य वैवाहिक विवादों से ग्रसित दम्पत्तियों और परिवारों की सहायता करना है।


कार्यक्रम में पुलिस कमिश्नर ने कहा कि महिलाओं को ध्यान देना चाहिए कि जितना त्याग, बलिदान और मेहनत आप कर रहे हो उतना ही पुरुष कर रहे है, अगर ये बात दोनों को समझ आ गई तो ऐसी समस्या नहीं आएगी। अगर परिवार टूटता है तो सभी पर असर पड़ता है, चाहे वो महिला हो या पुरुष। एफआईआर करना और नामजद लोगों को जेल भेजना पुलिस के लिए बहुत आसान काम है। किसी टूटते हुए परिवार को जोड़ना बहुत महत्वपूर्ण कार्य है। विशेषज्ञों द्वारा उचित परामर्श प्रदान किया जाता है ताकि एफआईआर दर्ज करने के बजाय एक लंबा समाधान खोजा जा सके।

कार्यक्रम में अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय अजय कुमार, पुलिस उपायुक्त महिला सुरक्षा सुनीति सिंह, एडीसीपी ग्रेटर नोएडा अशोक कुमार, शारदा विवि. के चांसलर पीके गुप्ता, वॉइस चांसलर शिवराम खारे, ला के डीन ऋषिकेश दवे सहित अन्य उपस्थित थे।