Greater Noida News : लीजबैक की एसआईटी रिपोर्ट हुई लीक,ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कई अधिकारी संदेह के घेरे में

Jun 20, 2024 - 23:16
Greater Noida News : लीजबैक की एसआईटी  रिपोर्ट हुई लीक,ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कई अधिकारी संदेह के घेरे में
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Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में लीजबैक के खारिज 237 मामलों की विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा की गई जांच रिपोर्ट उत्तर प्रदेश शासन तक पहुंचने से पहले लीक हो गई है। इस मामले में एसआईटी के अध्यक्ष और यमुना प्राधिकरण (यीडा) के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने रिपोर्ट लीक होने के मामले में टीम के तीन सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की है। डॉ. अरुणवीर सिंह ने एसआईटी की जांच रिपोर्ट को शासन मे भेजने से इन्कार कर दिया है। उन्होंने कई अधिकारियों की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की है।

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एसआईटी के अध्यक्ष डॉ अरुण वीर सिंह ने बताया कि किसानों ने उनसे एसआईटी की रिपोर्ट लीक होने की शिकायत की थी। जांच में रिपोर्ट लीक होने के बाद सही निकली। रिपोर्ट लीक होने के मामले में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एक ओएसडी, रिटायर्ड अधिकारी और कर्मचारी की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। एसआईटी अध्यक्ष ने टीम के इन सदस्यों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की संस्तुति शासन से की है। उन्होंने एसआईटी रिपोर्ट शासन को भेजने से इन्कार कर दिया है। उन्होंने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रवि एनजी से आपत्ति दर्ज कराई गई है। साथ ही रिपोर्ट लीक करने वालों की जांच कर कार्रवाई के लिए कहा गया है।

मालूम हो कि ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के तत्कालीन चेयरमैन डॉ. प्रभात कुमार ने वर्ष 2011 में जमीन अधिग्रहण से प्रभावित गांवों की लीजबैक की जांच कराई थी। जिसमें अनियमितता पाई गई थीं। इसके बाद लीजबैक के सभी प्रकरणों की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई थी। शासन ने यमुना विकास प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की थी। मामले की जांच कर एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी थी। शासन स्तर 533 में से 237 प्रकरणों को बीते साल अक्तूबर में खारिज कर दिया गया था। किसानों के प्रदर्शन करने पर पुनः जांच के आदेश दिए गए थे। शासन के आदेश पर एसआईटी ने 237 प्रकरणों की दोबारा सुनवाई की। अब एसआईटी की जांच रिपोर्ट का पुनः अध्ययन करने के बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की ओर से अंतिम रिपोर्ट तैयार की गई है। जो भेजे जाने से पहले लीक हो गई।

डॉ अरुण वीर सिंह ने बताया कि एसआईटी की जांच रिपोर्ट लीक होने की शिकायत मिली है, जो प्रथम दृष्टया सही पाई गई है। ग्रेनो प्राधिकरण के सीईओ से वार्ता कर आरोपी अधिकारियों व कर्मचारियों को जांच से अलग करने के लिए कहा गया है। पूरे प्रकरण की रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। उन्होंने कहा कि लीक हुई एसआईटी रिपोर्ट शासन को नहीं भेजी गई है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रवि एनजी ने एसआईटी की जांच रिपोर्ट लीक होने के मामले की जांच अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी मेधा को सौंपी है। सीईओ ने बताया कि कंप्यूटर अनुभाग के दो कर्मचारियों को काम से हटाया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में रिपोर्ट लीक होने की शिकायत की जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी