Mainpuri News : सपा और कांग्रेस से राष्ट्रनायकों के सम्मान की उम्मीद नहीं, ये आतंकियों का करेंगे महिमामंडन : योगी आदित्यनाथ
Mainpuri News :राष्ट्रनायक महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर अराजकता और उपद्रव करने के साथ ही प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ मैनपुरी कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है। वहीं, इस घटना से आक्रोशित लोगों ने रविवार सुबह महाराणा प्रताप चौक पर धरना दिया और अराजक सपाइयों के साथ ही सपा के लोकसभा प्रभारी और विधान सभा प्रभारी की गिरफ्तारी की मांग की। दरअसल, शनिवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मैनपुरी में अपनी पत्नी और सपा प्रत्याशी डिंपल यादव के समर्थन में रोड शो किया था। रोड शो के दौरान ही सपा के कार्यकर्ताओं ने महाराणा प्रताप चौक पर अभद्र नारे लगाए। रोड शो के बाद ये स्वदेश और स्वधर्म के लिए लड़ने वाले राष्ट्र नायक महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर भी चढ़ गए और वहां उन्होंने प्रतिमा के साथ छेड़छाड़ की। आरोप है कि महाराणा प्रताप की प्रतिमा के हाथ में मौजूद भाले को टेढ़ा कर दिया गया, जबकि उनके हाथ में सपा का झंडा भी पकड़ा दिया गया। यही नहीं, सपाइयों ने यहां सीएम और पीएम को भी अपशब्द कहे।
राष्ट्र नायक महाराणा प्रताप की प्रतिमा के इस अनादर और अपमान पर मैनपुरी समेत पूरे प्रदेश के लोगों में आक्रोश है। वहीं, सीएम योगी ने भी इस घटना की निंदा की है और कहा है कि सपा और कांग्रेस से राष्ट्रनायकों के सम्मान की उम्मीद नहीं की जा सकती। ये दोनों पार्टियां सिर्फ आतंकियों और माफिया का महिमामंडन ही कर सकती हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मैनपुरी में अपने रोड शो की समाप्ति पर इसी स्थान पर महाराणा प्रताप की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित कर भारत के गौरव का मान बढ़ाया था, वहीं दूसरी ओर माफिया की कब्र पर जाकर फातिहा पढ़ने वाले लोग राष्ट्रनायक का अपमान कर रहे हैं। रोड शो के दौरान अखिलेश की मौजूदगी में ही सपा के लोगों ने प्रतिमा के पास अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था और बाद में उन्होंने प्रतिमा पर चढ़कर प्रतिमा के भाले को टेढ़ा कर दिया और सपा का झंडा फहरा दिया।
राष्ट्रनायकों का अपमान ही विपक्ष की नीति: सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस घटना पर दुख जताया है और विश्वास दिलाया है कि दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि माफिया, दंगाइयों और आतंकी तत्वों को ये लोग प्रश्रय देते हैं, प्रोत्साहित करते हैं, महिमामंडन करते हैं और दूसरी ओर राष्ट्रनायकों का अपमान करते हैं। उन्होंने कहा कि यही प्रदेश है जब समाजवादी पार्टी ने 2012 में सत्ता में आने पर अयोध्या में रामजन्मभूमि, काशी में संकटमोचन मंदिर, लखनऊ की कचहरियों के साथ ही रामपुर में सीआरपीएफ कैंप पर हमला करने वाले आतंकियों के मुकदमों को वापस लेने का कुत्सित प्रयास किया था। हाल ही में एक कुख्यात माफिया की मौत होती है तो उसके घर पर संवेदना व्यक्त करने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद जाते हैं। अयोध्या में रामजन्मभूमि आंदोलन के दौरान रामभक्तों के साथ इनका बर्ताव कैसा था, प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कल्याण सिंह की मृत्यु पर समाजवादी पार्टी का आचरण कैसा था और शनिवार को राष्ट्रनायक महाराणा प्रताप की मूर्ति के साथ जिस प्रकार का अपमानजनक और अवमाननापूर्ण व्यवहार समाजवादी पार्टी के नेताओं का था वो अत्यंत निंदनीय है। मैं इस कृत्य की भर्त्सना करता हूं। सीएम योगी ने साफ कहा है कि जब कोई नेता बेशर्मी का चोला ओढ़ लेता है और स्वार्थ की राजनीति करता है, उसका स्वार्थ उसके परिवार तक सीमित होता है तो इस प्रकार के दृश्य सामने आते हैं। मैनपुरी की घटना हो या महाराष्ट्र की घटना, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और नेशनल कांफ्रेंस तीनों एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं। इनसे बहुत उम्मीद नहीं की जा सकती।