Greater Noida News : यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सेक्टर 10 में भारत सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (ईएमसी-2) योजना को पूरा करने की योजना तैयार की है। यहां पर देश विदेश की नामी गिरामी कंपनियों को स्थापित कराकर इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर 200 एकड़ क्षेत्रफल में विकसित किया जाएगा। देश-विदेश की फार्च्यून 500 कंपनियों को भूखंड आवंटित किए जाएंगे। इसमें पहला प्रस्ताव हैवल्स कंपनी का स्वीकृत कर लिया गया है।
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यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुण वीर सिंह ने बताया कि भारत सरकार की ओर से दोबारा से ईएमसी-2 के नाम से यह स्कीम शुरू की गई है। इलेक्ट्रॉनिक क्लस्टर को शुरू करने के लिए यीडा को भारत सरकार से 140 करोड़ रुपए मिलेंगे। उन्होंने बताया कि 31 अगस्त को योजना को धरातल पर उतारने के लिए अनुमति पत्र भी भारत सरकार से प्राप्त हो जाएगा। स्कीम के तहत हैवल्स कंपनी ने आवेदन किया हैं, जिसका प्रस्ताव स्वीकृत कर शासन का भेजा गया है। कंपनी को 50 एकड़ भूमि आवंटित की जाएगी। कंपनी पंखे, कूलर, लाइट, केबल समेत अन्य प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाएगी। इलेक्ट्रॉनिक क्लस्टर को विकसित करने के लिए पांच अन्य कंपनियों को भी भूखंड आवंटित होंगे। इस स्कीम में ऑटोमेटिव इलेक्ट्रॉनिक्स, इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रॉनिक्स, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर हार्डवेयर, टेलीकॉम नेट वर्किंग एंड कम्यूनिकेशन, ई- मोबिलिटी कंपोनेंट कंपनियों को भूखंड आवंटित किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि फार्च्यून 500 कंपनियों को निवेश करने पर भारत सरकार की ओर से 75 प्रतिशत लैंड सब्सिडी भी दी जाएगी। इसके अलावा सड़क, सीवर समेत अन्य प्रकार की सुविधा यमुना प्राधिकरण विकसित करेगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के ईएमसी-2 योजना में यीडा क्षेत्र का चयन किया गया है। यहां 200 एकड़ में इलेक्ट्रॉनिक क्लस्टर विकसित किया जाएगा। इसमें फार्च्यून 500 कंपनियों को निवेश के लिए आमंत्रित किया जाएगा।