Noida News : भू-माफिया नेताओं, प्राधिकरण और पुलिस की साठ- गांठ से रातों-रात बनी नोएडा में दर्जनों इमारतें

Noida News : नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने भू -माफिया के खिलाफ कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। नोएडा क्षेत्र के अधिग्रहित और अधिसूचित जमीनों पर अवैध रूप से निर्माण करने वाले लोगों के खिलाफ प्राधिकरण ने कार्रवाई शुरू कर दी है। मुख्य कार्यपालक अधिकारी के आदेश पर नोएडा प्राधिकरण की टीमों ने अवैध निर्माणों को चिन्हित कर उन पर नोटिस लगना शुरू कर दिया है। नोएडा के बरौला गांव में बनी कई इमारतें पर प्राधिकरण के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को नोटिस लगा दिया तथा लाल रंग से लिखा गया कि यह इमारत अवैध है। बताया जाता है कि चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के बाद अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ बड़े स्तर पर कार्रवाई होगी।
प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार अवैध इमारत को तोड़ा जाएगा। अवैध निर्माण को गिराने के लिए बीआर चावला नामक एक निजी एजेंसी का चयन किया गया है। बताया जा रहा है कि इन परिसरो की कीमत करोड़ों रुपए है। नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने चेतावनी दी है कि प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में जमीन कब्जाने वालों को बक्सा नहीं जाएगा। उन्होंने परियोजना विभाग के सभी वर्क सर्किल प्रभारी को अपने क्षेत्र में जमीन कब्जाने वालों पर नजर रखने और कार्रवाई करने का आदेश दिए हैं। नोएडा के सेक्टर 73 में बने महादेव अपार्टमेंट में भी अवैध निर्माण पर कार्रवाई की गई।
प्राधिकरण के अधिकारी के अनुसार बरौला गांव के कई खसरा नंबर पर अवैध रूप से बनी इमारतो को जल्द तोड़ा जाएगा। वहीं कुछ भूमाफियाओं ने प्राधिकरण द्वारा लगाए नोटिस को को फाड़ दिया या पेंट से लिखी हुई चेतावनी को मिटा दिया है। इसके बाद प्राधिकरण के अधिकारी सक्रिय हो गए हैं। करीब 100 से अधिक इमरते अवैध घोषित की जा चुकी है। इन इमारत को चयनित एजेंसी द्वारा बुलडोजर के माध्यम से ध्वस्त किया जाएगा। इन इमारत में कुछ रिहायची है तो कहीं दुकान और परिसर बना दिए गए हैं। यहां अवैध तरीके से लोगों को दुकान मकान आदि बेचने की योजना भू- माफियाओं की थी। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने आम जनता से अपील किया है कि वे यहां किसी तरह के पैसे का निवेश न करें। क्योंकि इन इमारतो को गिराया जाना है। प्राधिकरण का यह भी कहना है कि इन भू-माफियाओ के खिलाफ स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा। बताया जाता है कि बरौला गांव में चल रहे अवैध निर्माण में कई भाजपा नेताओं की मिलीभगत है। ये नेता स्थानीय पुलिस, प्राधिकरण और प्रभावशाली लोगों को मोटी रकम हर महीने रिश्वत के रूप में देते हैं, जिसके आधार पर उनके अवैध कारोबार को पूरा संरक्षण मिलता है। अब देखना यह है कि नोएडा प्राधिकरण का बुलडोजर क्या इन भू-माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करता है, या मामला ठंडे बस्ते में दब जाएगा।