Noida News : 16 करोड़ रुपये की ठगी मामले में फोरेंसिक लैब भेजी गई डेटा सर्वर की रिपोर्ट

Noida News : नैनीताल बैंक से 16 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में पुलिस आरोपियों के नजदीक पहुंचती हुई दिख रही है। ठगी की रकम जिन बैंक खातों से एटीएम से निकली है उसकी सीसीटीवी फुटेज साइबर क्राइम थाने के हाथ लगी है। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ही आरोपियों की पहचान करने में जुट गई। धोखाधड़ी कैसे हुए इसकी जानकारी के लिए डेटा सर्वर की रिपोर्ट फोरेंसिक लैब भेज दी गई है। लैब से रिपोर्ट आने के बाद इस बात से पर्दा उठ जाएगा कि ठगी कैसे हुई थी।
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साइबर सेल के एसीपी विवेक रंजन राय ने बताया कि देश के विभिन्न शहरों में खुले 22 बैंक खातों में करीब डेढ़ करोड़ रुपये फ्रीज कराए गए हैं। इन खातों से धनराशि एटीएम के जरिये धीरे-धीरे करके निकाली जा रही थी। ठगी की और रकम को फ्रीज कराने के लिए साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने छह से अधिक बैंक के अधिकारियों के संपर्क किया है। डाटा जुटाया जा रहा है कि कितनी रकम की निकासी हो चुकी है और कितनी रकम अभी भी खातों में शेष है। शेष रकम को फ्रीज कराने पर पुलिस का जोर है। ठगी की आशंका होने पर बैंक के द्वारा कई दिनों तक बैलेंस सीट का मिलान सही ना हो पाने के बाद मामले की जांच की गई थी। इस दौरान बैंक के सर्वर में घुसपैठ करके हैकिंग का मामला सामने आया था। इसको लेकर बैंक के आईटी मैनेजर ने साइबर क्राइम थाने के साथ ही इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम और अन्य बड़ी एजेंसियों से मामले की शिकायत की थी।इस दौरान पता चला कि बैंक से 84 बार लेनदेन धोखाधड़ी के जरिए हुए हैं।
बैंक के आईटी मैनेजर ने बताया था कि जांच में पता चला कि आरटीजीएस (रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट) की संदिग्ध हैकिंग करके धोखाधड़ी से लेनदेन किए गए और संदिग्ध खातों में 17 से 21 जून 2024 तक रूपये ट्रांसफर किए गए। इसके साथ ही आरटीजीएस सेटलमेंट से रुपये आरबीआई खाते से निकाला गया और राशि कई बैंकों के खातों में जमा की गई। धोखाधड़ी से ट्रांसफर की गई रकम को फिर से वापस पाने के लिए संबंधित बैंकों को ई - मेल भेजकर खातों को फ्रीज करने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही जिन खातों में राशि संदिग्ध तरीके से ट्रांसफर हुई है। बैंकों से उनके खाता धारकों से केवाईसी दस्तावेज लेने के लिए भी कहा गया है।