Noida News : नोएडा के सरस आजीविका मेले में पहुंची राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, दीदियों के स्टालों का किया अवलोकन

Noida News : सेक्टर-33ए स्थित नोएडा हाट में आयोजित सरस आजीविका मेला में आज उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल का आगमन हुआ। यहां मेले में उन्होंने सभी देशभर के ग्रामीण अंचल से आयी दीदियों के स्टाल पर जाकर उनके उत्पादों को सराहा तथा सभी से कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने कहा कि आज हर क्षेत्र में देश की प्रगति में महिलाओं की अहम भूमिका है। सरकार का यही सपना है कि भारत हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो। इसी पहल को आगे बढ़ाते हुए महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया जा रहा है। स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने से भी विकास का रास्ता खुलता है। सरस मेला इसका जीता जागता उदाहरण है। इस दौरान सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा. महेश शर्मा, पुलिस आयुक्त श्रीमती लक्ष्मी सिंह, डीएम मनीष कुमार वर्मा सहित अन्य मौजूद रहें।
रोजगार करके आत्मनिर्भर बन रही है महिलाएं
Noida News : सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा. महेश शर्मा ने कहा कि देशभर के ग्रामीण अंचल की महिलाएं आज खुद के रोजगार करके आत्मनिर्भर बन रही हैं। सरकार और ग्रामीण विकास मंत्रालय का मानना है कि महिला सशक्तिकरण का सभी को संकल्प लेना होगा। महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण पर ध्यान देने की जरूरत है। इसी उद्देश्य के साथ सरस आजीविका मेले के आयोजन देशभर में किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में विकास पर जोर देने की आज प्रबल आवश्यकता है।
सरस मेले से महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार
Noida News : 04 मार्च 2024 तक चलने वाले इस उत्सव में नोएडा के नोएडा हाट में मौजूद करीब 29 राज्यों के 400 से अधिक महिला शिल्प कलाकार, जो परंपरा, हस्तकला एवं ग्रामीण संस्कृति तथा स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं, इसके साथ ही 85 से ज्यादा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे। सरस मेले वर्ष 1999 से निरंतर आयोजित हो रहे हैं। इन मेलों के माध्यम से लाखों महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार हुआ है। यही नहीं स्थानीय स्तर पर भी मेले में इस बार हैंडलूम तथा हैंडीक्राफ्ट के उत्पाद शामिल किए गए है, जो लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। बच्चों के खेलकूद व मनोरंजन के लिए भी संसाधन मौजूद हैं। इंडिया फूड कोर्ट सरस आजीविका मेले में आकर्षण का केंद्र बना है। जिसमें देशभर के विभिन्न राज्यों के व्यंजन परोसे जा रहे हैं। इस बार महत्त्वपूर्ण इंडिया फूड कोर्ट में देश भर के 20 राज्यों की 80 गृहणियों के समूह ने अपने प्रदेश के प्रसिद्ध क्षेत्रीय व्यंजनों के स्टाल लगाए हैं