Noida News : शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगी करने वाले चीनी नागरिक सहित तीन गिरफ्तार

Noida News : शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के नाम पर भारतीय लोगों से अरबो रुपए की ठगी करने वाले एक चीनी नागरिक सहित तीन लोगों को थाना बिसरख पुलिस ने आज गिरफ्तार किया है। इनके पास से 531 भारत के विभिन्न मोबाइल फोन कंपनियों के एक्टिव सिम, फर्जी पासपोर्ट, विभिन्न देशों की करेंसी, फर्जी दस्तावेज आदि मिला है। गिरफ्तार चीनी नागरिक भारत में नेपाल के रास्ते अवैध रूप से आया था। यह लोग शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के अलावा टेलीग्राम एप के माध्यम से भी लोगों को अपने जाल में फंसा कर ठगी करते थे।
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यह लोग भारतीय कंपनियों और भारत में रहने वाले लोगों का डाटा हासिल का उनके साथ ठगी करते थे। पुलिस उपायुक्त (जोन द्वितीय) श्रीमती सुनीति ने बताया कि एक सूचना के आधार पर आज थाना बिसरख पुलिस ने सेक्टर 168 की एक सोसाइटी में रहने वाले चीनी नागरिक सू यूमिंग, नेपाली नागरिक अनिल थापा तथा गौतम बुद्ध नगर के कचैड़ा के रहने वाले बिनोद भाटी को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि इनके पास से 531 विभिन्न भारतीय मोबाइल फोन की कंपनियों के एक्टिव सिम ,फर्जी पासपोर्ट, विभिन्न देशों की करेंसी, फर्जी दस्तावेज 10 क्रेडिट कार्ड, दो डेबिट कार्ड, स्टांप मोहर आदि बरामद हुआ है।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि चीनी नागरिक नेपाली नागरिक और राजीव भाटी तीनों मिलकर भारतीय एक्टिव मोबाइल सिम को कंबोडिया और अन्य देशों में भेज देते थे। ये लोग इन मोबाइल फोन के सिम का प्रयोग करके भारतीय लोगों से संपर्क करते थे, तथा उन्हें शेयर मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करने के लिए प्रेरित किया जाता था। जैसे ही भारतीय व्यक्ति पैसा इनवेस्ट करता था, ये लोग 10 दिन के अंदर उसे दोगुना रकम दे देते थे, जब व्यक्ति लालच में बुरी तरह से फंस जाता था ,तब ये लोग उससे लाखों रुपया शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के नाम पर डलवा लेते थे, तथा उसकी रकम को हड़प लेते थे। उन्होंने बताया कि इन आरोपियों ने अब तक अरबो रुपए की धोखाधड़ी करने की बात स्वीकार की है। बताया जाता है कि गिरफ्तार आरोपियों से विभिन्न गुप्तचर एजेंसियों के अधिकारियों ने भी गहनता से पूछताछ की है। डीसीपी ने बताया कि हमें इस गैंग के कुछ लोगों के बारे में और जानकारी मिली है। उन्होंने बताया कि हमें यह भी पता चला कि ये लोग कंबोडिया के अलावा भारत में भी एक कॉल सेंटर खोलना चाह रहे थे। उन्होंने बताया कि जांच में यह भी पता चला है कि ये लोग कुछ लोगों को अपने जाल में फंसाकर कंबोडिया में नौकरी करने के नाम पर भेजते थे, तथा वहां चल रहे फर्जी कॉल सेंटर में उन्हें नौकरी देते थे।