Noida News : साइबर ठगो ने फोरेंक्स ट्रेडिंग में निवेश का झांसा देकर एक व्यक्ति से 53 लाख 65 हजार रुपए की ठगी कर ली। आरोपियों ने 17 बैंक खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर कार्रवाई। पीड़ित की शिकायत पर साइबर क्राइम थाना पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
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पुलिस उपायुक्त साइबर क्राइम श्रीमती प्रीति यादव ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के रहने वाले कृष्ण कुमार ने साइबर क्राइम थाने में बीती रात को रिपोर्ट दर्ज कराई है कि वर्ष 2024 के अप्रैल माह में हर्षिता रेडी नाम की महिला ने टेलीग्राम आईडी से उन्हें मैसेज भेजा। शुरुआत में सामान्य बातचीत हुई और फिर एक दिन उसने फोरेंक्स ट्रेडिंग के बारे में जानकारी दी। शुरू में निवेश करने से पीड़ित ने मना किया लेकिन महिला ने अपना पर्सनल नंबर दे दिया, और बातों में उलझाकर निवेश के लिए पीड़ित को मना लिया। उन्होंने बताया कि पीड़ित के अनुसार 1 मई वर्ष 2024 को 41हजार 500 रुपए फोरेंक्स ट्रेडिंग आईडी बनाकर आरटीजीएस के माध्यम से भेज दिया। कुछ समय बाद यह राशि उनके खाते में विदेशी मुद्रा में 500 डालर के रूप में दिखाई गई। बातों में आकर उन्हें 10 लाख रुपए और निवेश कर दिया। 5 दिन बाद लाभ निकालने का प्रयास किया तो ठगो ने कुल राशि की 20 प्रतिशत टैक्स जमा करने के लिए कहा। इस पर 15 लाख 599 रुपए पीड़ित ने टैक्स के रूप में जमा कर दिया। फिर 16 जून 2024 को कुछ रकम निकालने का पीड़ित ने अनुरोध किया। जालसाजो ने जोखिम नियंत्रण के नाम पर आरटीजीएस के खाते फ्रीज होने की बात कही। इसके बाद जालसाजों ने उक्त व्यक्ति को अपनी बातों में फंसाकर 12 लाख रुपए और जमा करने के लिए बोला। उनकी बातों में वह आ गए तथा उन्होंने 12 लाख रुपए जमा कर दिया। इसके बाद पीड़ित ने 21 जून 2024 को 15 लाख रुपए और जमा किए। ठगो ने रकम अलग-अलग खातों में जमा कराई। इस दौरान बैंक की तरफ से एक मेल आया। तब पीड़ित को अपनी ठगी का एहसास हुआ। उन्होंने बताया कि पीड़ित के अनुसार ठगो ने उनसे 53 लाख 65 हजार रुपए की ठगी कर ली है। उन्होंने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर घटना की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
डीसीपी ने बताया कि फोरेंक्स ट्रेडिंग एक मुद्रा को दूसरी मुद्रा में बदलने की प्रक्रिया है। यह दुनिया की सबसे ज्यादा कारोबार किए जाने वाले बाजारों में से एक है। फोरेंस्क ट्रेडिंग में निवेशक, कंपनी और बैंक अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा को खरीदते और बेचते हैं। इसमें एक मुद्रा को दूसरी मुद्रा में बदलकर लाभ कमाया जाता है। इसमें मुद्रा की कीमत में होने वाले उतार-चढ़ाव का सही पूर्वानुमान लगाकर लाभ कमाया जाता है, और जोखिम के साथ-साथ पर्याप्त लाभ कमाने के अवसर भी होते हैं। कुछ लोग इसी लालच में साइबर अपराधियों के जाल में फंस जाते हैं। उन्होंने लोगों को आगाह किया कि वे इस तरह के लोभ में ना फंसे और अपनी गाढी कमाई को साइबर अपराधियों के खाते में ना ट्रांसफर करे।