Noida News : साइबर जालसाजों ने तीन लोगों से 2.36 करोड़ ठगे, पुलिस जांच में जुटी
Noida News : साइबर जालसाजों ने अलग-अलग तरीकों से तीन व्यक्तियों के साथ दो करोड़ 36 लाख 75 हजार 815 रुपये की ठगी कर ली। पीड़ितों ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाने की पुलिस से की है। पुलिस उन खातों की जानकारी एकत्र कर रही है जिनमें ठगी की रकम ट्रांसफर हुई है। जालसाजों ने दो व्यक्तियों से 2.30 करोड़ रुपये शेयर ट्रेडिंग में लाभ का झांसा देकर ठगे जबकि तीसरे से छह लाख रुपये टेलीग्राम ग्रुप पर जोड़कर ठग लिए। पीड़ितों को प्रारंभिक चरण में मुनाफा देकर जालसाजों ने उनका भरोसा जीता था।
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साइबर क्राइम थाने में दी शिकायत में प्राइवेट फर्म यूटीसीआइपीएल नामक कंपनी में बतौर इंजीनियर अपनी सेवाएं दे रहे सेक्टर-93 स्थित एक्सप्रेस व्यू अपार्टमेंट निवासी सुरिंदर पाल सिंह ने बताया कि बीते साल दिसंबर में उन्हें अनजान व्यक्ति द्वारा एक वाट्सएप ग्रुप पर जोड़ लिया गया। ग्रुप में शेयर बाजार संबंधी जानकारियां और लुभावने ऑफर दिए जा रहे थे। इसके बाद जालसाजों ने डीमेट अकाउंट की जगह मोबाइल पर एक ऐप डाउनलोड कराया। इसमें न्यूनतम एक लाख रुपये निवेश करने के लिए कहा गया। पीड़ित ने झांसे में आकर निवेश कर दिया। इसके बाद एक साथ 10 लाख रुपये निवेश का लालच दिया। पीड़ित ने जालसाजों के झांसे में आकर धीरे-धीरे करके एक करोड़ 35 लाख 73 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। पीड़ित ने जब पांच लाख रुपये निकालने की कोशिश की तो रकम नहीं निकली। शक होने पर पीड़ित ने जब जालसाजों के नंबरों पर कॉल की तो पता चला कि संबंधित नंबर बंद हैं। ठगी के बाद शिकायतकर्ता मानसिक रूप से परेशान हैं।
इसी प्रकार की ठगी बिहार के मुजफ्फरपुर के अभिषेक के साथ भी हुई है। वर्तमान में सेक्टर-134 में रह रहे अभिषेक ने बताया कि बीते 5 अप्रैल को उन्हें मोबाइल पर स्टॉक मार्केट में निवेश की जानकारी कुछ अनजान व्यक्तियों ने दी। इसके बाद शिकायतकर्ता को सोशल मीडिया के एक ग्रुप पर जोड़ा गया। शुरुआत में डीमैट अकाउंट में ट्रेडिंग कराई गई। बाद में ठगों ने मोर्गन स्टानले नाम से एक व्यक्ति का परिचय शिकायतकर्ता को कराया। इसके बाद ठगों ने शेयर बाजार में ट्रेडिंग के नाम पर 95 लाख रुपये विभिन्न बैंक खातों में ट्रांसफर करा लिए। पीड़ित के मुताबिक उन्होंने दोस्त के खाते से भी धनराशि ट्रांसफर की। जब पीड़ित पर और निवेश करने का लगातार दबाव बनाया जाता रहा तब उसे ठगी की जानकारी हुई। इसके बाद ठगों ने शिकायतकर्ता से संपर्क तोड़ लिया।
सेक्टर-82 उद्योग विहार के कृपाल सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि 11 जून को उन्हें कुछ अनजान लोगों ने वाट्सएप और टेलीग्राम ग्रुप पर जोड़ लिया। जालसाजों ने उन्हें रिव्यू करने के लिए ऑफर दिया। प्रीपेड टास्क देकर 40 से 50 प्रतिशत का लाभ मिलने का झांसा दिया। ठगों ने पीड़ित से धीरे-धीरे करके 6,02,815 रुपये ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद 10 लाख रुपये की मांग की गई। पीड़ित को जब एहसास हुआ तो उन्होंने नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। साइबर सेल के एसीपी विवेक रंजन राय का कहना है कि लोग जागरूक होंगे तभी इस प्रकार की ठगी रुकेगी। किसी भी झांसे में आकर धनराशि न गवाएं। खास बात यह है तीनों ही मामले में पीड़ितों को जिस ग्रुप में जोड़ा गया उसमें ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य पहले से ही जुड़े थे जो मुनाफे का स्क्रीनशॉट साझा कर रहे थे ताकि लोगों को अपने जाल में फंसाकर निवेश कराया जा सके।