Noida News : साइबर अपराधियों ने इन्वेस्टमेंट के नाम पर एक व्यक्ति से 1.15 करोड़ रुपये ठगा 

Mar 20, 2025 - 10:09
Noida News : साइबर अपराधियों ने इन्वेस्टमेंट के नाम पर एक व्यक्ति से 1.15 करोड़ रुपये ठगा 
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Noida News : वाट्सऐप कॉल पर एक युवती ने बातों में उलझा कर एक युवक से इन्वेस्टमेंट के बहाने एक करोड़ 15 लाख रुपये की ठगी कर ली। इस घटना में कई महिलाएं जुड़ी हुई थी। पीड़ित ने पहले एक लाख रुपये निवेश किया, बदले में उसे 15 हजार रुपये का मुनाफा दिया गया। फिर वह जालसाजों पर विश्वास कर नौ लाख रुपये और कई बार में 65 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। जिसका लाभ एक करोड़ 86 लाख हुआ था, इसी रकम को निकालने के लिए ठगों ने पीड़ित से 31 लाख रुपये टैक्स जमा कराए। फिर भी लाभ के रुपये नहीं दिए, पीड़ित के मांगने पर और 40 लाख रुपये सिक्योरिटी मनी मांगी गई। तब जाकर उन्हें ठगी के बारे में जानकारी हुई। इस मामले में साइबर थाने की पुलिस ने केस दर्ज कर खातों के आधार पर जांच शुरू कर दी है। 
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साइबर क्राइम थाने के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि  सेक्टर 18 में रहने वाले मयंक गुप्ता ने बताया कि वह कई क्षेत्रों में व्यापार करते हैं। जनवरी महीने के 27 तारीख को उनके फोन पर रिशीता नाम की लड़की ने कॉल किया था। वह खुद को फाइनेंस के क्षेत्र में सर्टिफाइड होना बताया और कम रुपये निवेश कर डबल मुनाफा कमाने के बारे में जानकारी दी। फिर मयंक को कैटलिस्ट ग्रुप स्टार, पी कैटरमार्केटस्  के साथ जुड़कर निवेश करने की सलाह देने लगी। युवती के बातों में आने के बाद शख्स ने उस फर्जी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया और 31 जनवरी को एक लाख रुपये की निलेश किया। जिसका 15 हजार 40 रुपये मुनाफा 1 फरवरी दो दिया गया। पीड़ित को युवती पर विश्वास होने के बाद वह अगले दिन 9 लाख रुपये और निवेश किया। फिर सात फरवरी को 20 लाख रुपये, 14 फरवरी को दस लाख, 17 फरवरी को नौ लाख, 20 फरवरी को 16 लाख रुपये कर पीड़ित ने कुल 65 लाख रुपये ठगों के खातों में ट्रांसफर कर दिए। इसके अगले दिन जालसाजों ने कहा कि आपकी निवेश की गई, रकम का एक करोड़ 68 लाख रुपये का मुनाफा हुआ है। साथ में फर्जी पोर्टल पर दिखाया गया और बोले की इस रकम को जल्दी निकाल लो, पीड़ित ने रुपये निकालने की रुचि दिखाई तो बदले में  31 लाख 57 हजार 600 रुपये सरकारी टैक्स जमा करने की सलाह दी गई। पीड़ित ने 3 मार्च को जमा भी कर दिया। जिसकी रसीद भी पोर्टल के माध्यम दे गई। फिर पीड़ित ने रुपये निकालने के लिए बाला तो उसे कनवर्सन चार्ज के रूप में 18 लाख 56 हजार रुपये मांग की गई और 24 घंटे के अंदर सारे रुपये पीड़ित के खाते में ऑटोमेटिक ट्रांसफर होने का हवाला दिया गया और रुपये ले लिए गए। कुल मिलाकर अब तक पीड़ित ने एक करोड़ 15 लाख 13 हजार 600 रुपये जालसाजों को दे दिए थे। वहीं 24 घंटे बीतने के बाद जब रुपये  नहीं आए तो, पीड़ित ने उनसे संपर्क किया। ठगों ने सिक्योरिटी मनी के बहाने 40 लाख रुपये मांगने लगे। तब जाकर पीड़ित को ठगी के बारे में जानकारी हुई। 18 मार्च को उन्होंने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। डीसीपी साइबर सुरक्षा प्रीति यादव ने बताया कि पुलिस जालसाजों के खातों के आधार पर जांच शुरू कर दी है। जल्द ही आरोपियों तक पुलिस पहुंच जाएगी।