Noida News : मनी एक्सचेंज कंपनी को युवती ने लगाया चूना, साइबर क्राइम पुलिस कर रही है जांच
Noida News : मनी एक्सचेंज का कारोबार करने वाली एक कंपनी को एक युवती ने जाल में फंसाकर अपराधी बना दिया। पढ़ाई के लिए रूस जाने की बात कहकर पांच लाख रुपये के डॉलर युवती ने कंपनी से प्राप्त कर लिए। जिस बैंक खाते से युवती ने रुपये ट्रांसफर कराए थे, उस खाते मे रकम साइबर ठगी के शिकार किसी पीड़ित के खाते से आए थे। शिकायत के आधार पर लखनऊ साइबर सेल ने कंपनी का खाता फ्रीज करा दिया है। कंपनी के प्रतिनिधि ने शिकायत साइबर अपराध थाने में की है।
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शिकायतकर्ता ने बताया कि उनकी सेक्टर-18 में मनी एक्सचेंज की कंपनी है। पिछले दिनों गांव नगला चरणदास में रहने वाली युवती उनकी कंपनी में पहुंची। उसने बताया कि उसे रूस के कजान राज्य स्थित मेडिकल यूनिवर्सिटी में दाखिला मिल गया है। उसे छह वर्ष तक पढ़ाई करने के लिए रूस जाना है। 20 वर्षीय युवती ने कंपनी को यूनिवर्सिटी का ऑफर लैटर, पासपोर्ट, वीजा, आधार कार्ड, पेन कार्ड समेत अन्य दस्तावेज की फोटो कॉपी जमा की। कंपनी के पदाधिकारियों को विश्वास हो गया कि युवती रूस में पढ़ाई करने के लिए जा रही है। कंपनी कर्मी ने बताया कि युवती ने पांच लाख 10 हजार रुपये दो बैंक खातों से उनकी कंपनी के खाते में ट्रांसफर कराए। कुछ रकम युवती ने अपने बैंक खाते से और कुछ दूसरे व्यक्ति के बैंक खाते से ट्रांसफर कराई। रकम मिलने के बाद कंपनी ने कमिशन काटने के बाद युवती को डॉलर करेंसी दे दी। युवती डॉलर लेकर चली गई। अब कंपनी के खिलाफ लखनऊ साइबर सेल में शिकायत दर्ज हुई है। शिकायत के बाद कंपनी का बैंक खाता फ्रीज हो गया है। कंपनी कर्मी का कहना है कि बैंक खाता फ्रीज होने से कंपनी का काम प्रभावित हो रहा है।
जांच में पुलिस ने बताया कि लखनऊ पुलिस ने शिकायत के बाद बैंक खाता फ्रीज कराया है। युवती द्वारा उनके बैंक खाते में ट्रांसफर कराई रकम ठगी के शिकार किसी पीड़ित की थी। लखनऊ निवासी पीड़ित ने साइबर हेल्प लाइन पर शिकायत की। साथ ही लिखित शिकायत भी दी। लखनऊ साइबर सेल इस मामले की जांच कर रही है।कंपनी कर्मी ने बताया कि खाता फ्रीज होने के बाद जब उन्होंने फाइल निकालकर युवती के मोबाइल पर कॉल की तो वह बंद आया। कंपनी के कर्मचारी अब युवती के द्वारा दिए गए दस्तावेजों की जांच कराने में जुटे हैं। आशंका जताई जा रही है जो दस्तावेज युवती ने कंपनी में लगाए थे, वह फर्जी है।कंपनी कर्मी ने बताया कि जब भी कोई व्यक्ति कंपनी में आता है तो उसके संपूर्ण दस्तावेज लिए जाते हैं। हालांकि दस्तावेजों की जांच नहीं की जाती है। यदि कंपनी द्वारा पहले दस्तावेजों की जांच कराई जाती तो संभावना है कि कंपनी के फंसने के संभावना कम हो जाती
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